गांवों की तरफ दौड़ी गंगा, खेतों में पानी ही पानी
दोपहर बाद 163.73 मीटर पर पहुंचा पानी बाढ़ चौकियों पर किया गया अलर्ट किसौल सहित कुछ गांवों में पानी से दिनचर्या भी होने लगी है अब प्रभावित
जेएनएन, कासगंज : बिजनौर से छोड़े गए पानी से जिले में गंगा ने भी सीमाएं लांघ दी। सुबह ही पानी घाटों से ऊपर निकल गांवों की तरफ दौड़ पड़ा। हालांकि अभी आबादी क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंचा है। कुछेक गांवों में बाहर पानी ठहर जाने से दिनचर्या जरूर प्रभावित हो रही है। इधर प्रशासन की टीमें भी सुबह से मुस्तैद रहीं। सुबह ही डीेएम और एडीएम ने घाटों का निरीक्षण किया। दोपहर में भी डीएम ने गांवों में जाकर स्थिति देखी।
बुधवार को गंगा का जल स्तर बढ़ने की संभावना मंगलवार को ही जता दी गई थी। बिजनौर से तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने की खबर पर मंगलवार शाम पांच बजे ही प्रशासन मुस्तैद हो गया था। डीएम सीपी सिंह ने खुद घाटों का निरीक्षण किया। बुधवार दोपहर तक 2.16 लाख क्यूसेक पानी नरौरा से चला, जिससे गंगा का जल स्तर भी बढ़ गया है। कादरगंज घाट पर भी पानी का स्तर बढ़ा है तो किसौल सहित कुछ गांवों में पानी पहुंचने से लोगों ने गांव के बाहर स्थित घेरों से सामान निकालना शुरू कर दिया है। अभी एक लाख क्यूसेक पानी और आने की संभावना है, जिससे गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी होने पर कुछ गांवों में पानी पहुंच सकता है।
डीएम पहुंचे गांवों में, ग्रामीणों को किया सतर्क : डीएम सीपी सिहं एवं एडीएम योगेंद्र कुमार ने तहसील पटियाली में कासगंज के गंगा किनारे स्थित गांव अल्लीपुर बरबारा, दतलाना, नगला दल, ढेला सराय, मेहमूद पुख्ता सहित कई गांव का निरीक्षण किया। बाढ़ चौकियों का निरीक्षण किया। गंगा के बढ़ते जल स्तर पर कराए गए बाढ़ रोधी कार्यों को मौके पर देखा। ग्रामीणों को सतर्क करते हुए कहा कि गांव में बाढ़ आने पर जहां पानी भरा हो, वहां पर न जाएं।
---एक नजर में---
72 गांव प्रभावित होते हैं कासगंज, सहावर एवं पटियाली क्षेत्र के।
01 कंपनी पीएसी की फ्लड कंपनी बुलाई गई।
घाटों पर नावों की व्यवस्था की गई।
26 गांव हैं संवेदनशील की श्रेणी में।
26 टीम लगाई हैं जिला प्रशासन ने।
163.65 मीटर पर था सुबह कछला पर गंगा का पानी।
163.73 मीटर पर पहुंच गया दोपहर बाद गंगा का पानी।
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'गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी हैं। टीमें लगातार भ्रमण कर रही हैं। चौकियों पर तैनात कर्मी रात मे भी कैंप कर रहे हैं। हर स्थिति से निबटने के लिए हम तैयार हैं।'
-चंद्रप्रकाश सिंह
जिलाधिकारी 'नरौरा से 2.16 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। हरिद्वार एवं बिजनौर से अब पानी कम हो गया है। ऐसे में अब खतरा कम है।'
-योगेंद्र सिंह
अपर जिलाधिकारी 'जिले में गंगा का जल स्तर बढ़ रहा है। आबादी में भी कुछ जगह पानी पहुंचा है। बुधवार रात तक जल स्तर और बढ़ेगा। गुरुवार को भी पानी का दबाब बढ़ जाएगा। किसी भी विषम परिस्थिति से निबटने के लिए पूरी तैयारियां हैं।'
-अरुण कुमार
अधिशासी अभियंता
शासन