आजादी के सपूतों को किया गया याद
कांग्रेस ने मनाई अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी
जासं, कासगंज: शहर और जिला कांग्रेस के तत्वाधान में सोरों गेट स्थित कार्यालय पर अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन की 76वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर कांग्रेसियों ने आजादी के शहीदों को नमन किया। इस मौके पर आयोजित विचार गोष्ठी में आंदोलन से जुड़े तत्वों पर प्रकाश डाला गया।
अंग्रेजों भारत छोड़ों आंदोलन की वर्षगांठ पर आयोजित विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कांग्रेस के शहर अध्यक्ष तरूण शर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने 8 अगस्त, 1942 को भारत छोड़ो प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और इस आंदोलन का नेतृत्व महात्मा गांधी को सौंपा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने आंदोलन की रूपरेखा भी बना ली थी, लेकिन कांग्रेस की नीतियों से भयभीत अंग्रेज सरकार ने गांधी और कांग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया। देश भर में आंदोलन हुआ। अंग्रेजों ने गिरफ्तारियां की। उन्होंने कहा कि उस समय गांधी ने कहा था कि देश का प्रत्येक नागरिक देशभक्त है और वही नेता है। वरिष्ठ नेता सत्यप्रकाश गुप्ता ने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में करो व मरो की भावना से देश एकजुट था। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में कासगंज के देशभक्तों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। आजादी का यह जुनून शहर में नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी था। उन्होंने कहा कि आजादी के सपूतों को भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर राजवीर ¨सह राना, अब्दुल समद, रजनेश उपाध्याय, चमन कुरैशी, चमन टेलर, कबीर प्रताप ¨सह, राजीव चौहन, विजय चौहान सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।