Move to Jagran APP

यहां तो खेतों में खुलेआम उठता है धुआं

फोटो नंबर दो -सुप्रीम कोर्ट सख्त, नहीं मान रहे हैं किसान ततारपुर में मंगलवार को दिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 12:10 AM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 12:10 AM (IST)
यहां तो खेतों में खुलेआम उठता है धुआं
यहां तो खेतों में खुलेआम उठता है धुआं

फोटो नंबर दो -सुप्रीम कोर्ट सख्त, नहीं मान रहे हैं किसान

loksabha election banner

-ततारपुर में मंगलवार को दिन भर सुलगे खेत

जागरण संवाददाता, कासगंज : पराली पर कोर्ट सख्त है। खेतों से उठते धुएं पर राज्यों के प्रमुख सचिव तक तलब किए जा रहे हैं, लेकिन अन्नदाता है कि मानने को तैयार नहीं। जिले में भी कई गांवों में खेतों से पराली का धुआं उठता नजर आता है। किसान दिन भर खेतों में फसल अवशेष को एकत्र कर सुलगाने में व्यस्त रहते हैं। जिले में इसकी निगहबानी के लिए भी कोई इंतजाम नहीं।

सुप्रीम कोर्ट धुएं पर सख्त है। राज्यों को आदेश दिए जा चुके हैं तो सरकारें भी शासनादेश जारी कर चुकी हैं, लेकिन यह शासनादेश फाइलों में हैं तो खेतों में फसल अवशेष का धुआं कोर्ट के आदेशों को हवा में उड़ा रहा है। मंगलवार दोपहर कासगंज के निकटवर्ती गांव ततारपुर में भी कुछ ऐसे ही हालात मिले। ततारपुर से एक किमी पहले सड़क किनारे ही खेतों से धुआं उठ रहा था। खेतों में पड़े हुए फसल अवशेष को जलाने के लिए यहां पर तीन तरफा आग लगाई गई थी, जिसका धुआं राहगीरों को परेशान कर रहा था। वहीं खेत में एक व्यक्ति इसे दूसरी तरफ एकत्र कर इसे सुलगा रहा था। इस खेत से थोड़ा आगे चलने पर दूसरे खेत में भी कुछ ऐसे ही हालात थे। यह स्थिति सिर्फ ततारपुर के खेत की नहीं है, बल्कि जिले में कई खेतों का यही हाल है। थोड़ी सी मेहनत से बचने के लिए किसान प्रदूषण को बिगाड़ रहे हैं तो खेतों में लगने वाली फसल अवशेष में आग मिट्टी के लिए भी अच्छी नहीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.