नगला कोठी में फंदे पर झूला किसान
दो बैंकों का था किसान पर कर्ज नहीं चुका पाया था किश्त पुलिस मान रही गृह कलह अंगौछे से लगाया था फंदा
मोहनपुर, संवाद सूत्र। नगला कोठी में बुधवार की सुबह एक किसान ने खेत पर खुदकशी कर ली। ग्रामीणों ने जब शव को फंदे पर झूलते देखा तो परिजनों को खबर मिली। किसान पर बैंकों का कर्ज था, जिससे वह कई दिन से परेशान चल रहा था। हालांकि पुलिस इसके पीछे घरेलू कलह बता रही है।
कस्बा मोहनपुर के गांव नगला कोठी पोस्ट भीमसेन नगला निवासी 50 वर्षीय कुंवर पाल पुत्र जयपाल सिंह सुबह छह बजे घर से खेत के लिए गए थे। साढ़े छह बजे करीब गांव के लोगों ने खेत के निकट आम के पेड़ पर उनका शव लटका देखा। इससे चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों की भीड़ मौके पर एकत्रित हो गई। बदहवास परिजन मौके पर पहुंचे। कुंवरपाल ने अपने गमछे (अंगौछे) से ही फांसी लगाई थी। खबर मिलने पर चौकी इंचार्ज मोहनपुर नरेश जादौन भी यहां पहुंच गए। परिजनों का कहना था कुंवरपाल पिछले कुछ दिनों से परेशान थे। उन्होंने भूमि विकास बैंक गंजडुंडवारा से 1.47 लाख रुपये का कर्ज लिया था। वहीं केसीसी पर ग्रामीण बैंक मोहनपुर से एक लाख रुपये का ऋण लिया था। बेटे राजकुमार का कहना था कि खेती में नुकसान होने पर वह किस्त नहीं दे पाए। बीते दिनों बैंक कर्मी भी घर पर आए थे। तब से वह तनाव में थे तथा गुमसुम रहते थे। थाना सहावर के इंस्पेक्टर गणेश चौहान कहते हैं कर्ज की बात पुलिस की जांच में सामने नहीं आई है। गृह कलह से खुदकशी बताई जा रही हैं।
एक बेटी की शादी की थी जिम्मेदारी : कुंवरपाल पर तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। तीनों बेटे तथा दो बेटियों की शादी कर दी थी। तीसरी बेटी की शादी की उन पर जिम्मेदारी थी।
होली की खुशियां काफूर :
सुबह गांव में होली की तैयारियां चल रही थी। घरों में लोग पूजा पाठ में जुटे थे। किसान के खुदकशी करने के बाद में परिवार में तो कोहराम मचा ही है। अन्य परिवारों की होली की खुशियां भी काफूर हो गई।
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'किसान की आत्महत्या की सूचना नहीं मिली है। हम तहसीलदार को भेजकर पूरे मामले की जांच कराएंगे।'
-शिवकुमार
उपजिलाधिकारी पटियाली