मुठभेड़ के दौरान भाग निकला कटरी किंग मामा
जासं, दरियावगंज: बदमाशों और ग्रामीणों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान कटरी किंग कुख्यात
जासं, दरियावगंज: बदमाशों और ग्रामीणों के बीच हुई मुठभेड़ के दौरान कटरी किंग कुख्यात मामा किसी तरह कटरी की झाडि़यों में गुम हो गया। इसका उपनाम ही मामा नहीं, बल्कि मृतक का सगा मामा है। बहन के आंसू और भांजी का दर्द कुख्यातों के मुखिया मामा में प्रतिशोध की ज्वाला न भड़का दे, इसके डर से गांव नौगवां और चेहका सहमे हुए हैं।
रविवार को ग्राम पंचायत नौगवां चेहका में लगभग दो घंटे तक ग्रामीण और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में बदमाश राजकुमार और संजू मिश्रा की जान चली गई। इन बदमाशों का सरगना महीपाल ऊर्फ मामा कटरी की शरण ले फरार हो गया। गांव में जब-जब बदमाशों ने एलान किया तब-तब यहीं नाम आया कि महीपाल मामा के गैंग से बचकर रहना। बताया जाता है कि मामा की शरण में कई कुख्यात शरण लिए रहते हैं। वह कटरी किंग है, कभी कासगंज तो कभी बदायूं की सीमा में कटरी उसका घर बनी रहती है। हालांकि पुलिस अभी तक उसका गांव ठिकाना नहीं तलाश सकी है लेकिन यह स्पष्ट है कि वह बदायूं जिले का रहने वाला है। पिछले दिनों नगला मलखान निवासी बसंत पुत्र मोहकम की हत्या भी इसी महीपाल मामा के इशारे पर की गई थी। कुछ ग्रामीणों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि गांव नौगवां व चेहका में मामा के परिचित यदि कहीं कटरी में बदमाशों से घिरे तो मामा का नाम लेते ही उन्हें ससम्मान घर भिजवाया जाता था। यह महीपाल मामा मृतक राजकुमार का सगा मामा भी है। बहन सिसक रही है और भांजी का बुरा हाल है। यह सूचना भी किसी न किसी सूत्र से मामा तक पहुंच गई होगी। पूरे गांव को इस बात का भय है कि कहीं मामा का गैंग प्रतिशोध की ज्वाला में गांव को न झुलसा दे। क्योंकि मामा बदमाशों का सरगना है।
दो जिले करें संयुक्त कार्रवाई
यदि महीपाल मामा को गिरफ्तार करना है तो कासगंज और बदायूं जिले की पुलिस को संयुक्त रूप से कार्रवाई करनी होगी। क्योंकि कटरी दोनों जिलों की सीमा में आती है।
पुलिस ने मांगा सहयोग : कासगंज एसपी पीयूष श्रीवास्तव के निर्देशन में पटियाली सर्किल की पुलिस बदायूं और बहराइच पुलिस के संपर्क में आई है। पुलिस इन दिनों जिलों में माफियाओं का आपराधिक इतिहास जान रही है।
निर्दोष था मेरा बेटा : मृतक बदमाश राजकुमार की मां कमला की आंखों से आंसू बह रहे थे और जुवां पर दर्द था। उसका कहना है कि मेरा बेटा राजकुमार निर्दोष था। जालसाजी करके पूर्व में भी उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज करा दिए गए, उस बेचारे की तो हत्या की गई है। मैं पुलिस के उच्चाधिकारियों से भी न्याय की गुहार लगाऊंगी।
जीवित से दूरी और मौत के बाद जरूरी : यह भी क्या बिडंबना है कि जीते जी राजकुमार से रिश्तेदार भी दूरी बनाए रहते थे। उससे हमेशा डर कर भागते थे। उसकी मौत के बाद घर पहुंच सांत्वना देने वाले रिश्तेदारों की भीड़ रही है। हालांकि यहां गांव नौगवां और चेहका के ग्रामीण संवेदनाएं जताने नहीं पहुंचे।
सूनी गलियों में चीखों की आवाज : गांव नौगवां की गलियां सूनी थीं, तनाव का माहौल था और ग्रामीण भयभीत थे कि न जाने अब इस घटना के बाद अंजाम क्या होगा। इस बीच मृतक के घर से वृद्ध मां और बहन की चीखें कहीं न कहीं ग्रामीणों की संवेदनाएं बढ़ा रही थीं।
गांव में तैनात पुलिस : मुठभेड़ के बाद बदमाश कहीं बदला लेने के लिए कोई अनहोनी न कर दे इसलिए गांव नौगवां व चेहका में पीएसी बल तैनात कर दिया गया है। साथ ही पीएसी और पुलिस के जवान पूरे गांव में गश्त कर रहे हैं। रात में अधिकारियों की निगरानी रहेगी।
जुटा रहे आपराधिक इतिहास
मृतक बदमाश संजू और फरार अपराधियों का संबंधित जिलों से आपराधिक इतिहास जुटाया जा रहा है। बदायूं पुलिस से सहयोग लिया गया है। कटरी में बदमाशों को खदेड़ा जाएगा।
-- कर्मवीर सिंह, सीओ पटियाली