ओरेंज जोन के लिए चुनौती बन सकती है अव्यवस्थाएं
जागरण संवाददाता कासगंज कोरोना से लड़ाई में लॉकडाउन और शारीरिक दूरी को सबसे बड़
जागरण संवाददाता, कासगंज : कोरोना से लड़ाई में लॉकडाउन और शारीरिक दूरी को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है, लेकिन शहर में बैंकों पर उमड़ती भीड़ और शारीरिक दूरी की अनदेखी ओरेंज जोन के लिए चुनौती न बन जाए। बैंकें इसको लेकर लापरवाह बनी हुई हैं। कोरोना संक्रमण के बचाव और रोकथाम के लिए बीते 40 दिनों से लॉकडाउन है। लॉकडाउन के साथ शारीरिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनना संक्रमण से लड़ाई के लिए मुख्य हथियार माना जा रहा है। शासन और प्रशासन लोगों से मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाए रखने का जोर-शोर से प्रचार प्रसार कर रहा है। इसके लिए सख्ती भी की गई है, लेकिन सरकार द्वारा कोरोना आपदा में दी जाने वाले 500 रूपये की राहत राशि निकालने के लिए बैंकों पर खाता धारकों की भीड़ उमड़ रही है। यहां पहुंचने वाले खाता धारक शारीरिक दूरी की धज्जियां तो उड़ाई रहे हैं। इनमें तमाम बिना मास्क पहने कतारों में लगे हैं। बैंक प्रशासन इसी अव्यवस्था की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि जिला हाल ही कोरोना संक्रमण से मुक्त हुआ है। यही स्थिति रही तो ओरेंज जोन को यह अव्यवस्था चुनौती बन सकती है। -------------------'शारीरिक दूरी का पालन कराए जाने के लिए कड़ाई की गई है। दुकानों पर गोले खींचे गए हैं। बैंकों पर भी गोले खिचावाए गए हैं और यदि कहीं अव्यवस्था है तो वहां कड़ाई की जाएगी। और शारीरिक दूरी का पालन कराया जाएगा।'
-ललित कुमार
उपजिलाधिकारी कासगंज