अधिकारियों ने दबाई फर्जी नियुक्तियों की जांच
सूबे में फर्जी नियुक्तियों का मामला चल रहा है। ऐसे में अनुदानित स्
कासगंज, जागरण संवाददाता : सूबे में फर्जी नियुक्तियों का मामला चल रहा है। ऐसे में अनुदानित स्कूलों में नियुक्तियों के खिलाफ लंबे वक्त से शिकायत कर रहे एक पूर्व शिक्षक ने मोर्चा खोलते हुए बीएसए दफ्तर में धरना शुरू कर दिया है। अधिकारियों पर सभी प्रमाण होने के बाद भी जांच को दबाने का आरोप लगाया है।
महमूदपुर पुख्ता के एक स्कूल में शिक्षक रहे आमोद शर्मा दो वर्ष से पचौरा जंगल के एक विद्यालय में फर्जी नियुक्तियों की शिकायत कर रहे हैं। इनका आरोप है कि स्कूल के अनुदान पर आने के बाद प्रबंधतंत्र ने शिक्षाधिकारियों से साठ-गांठ कर नौकरियां लगवाई। इनमें से कई शिक्षक दूसरों के नाम पर नौकरी कर रहे हैं, लेकिन प्रमाण देने का बाद भी विभाग ने आज तक जांच नहीं कराई है। जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों को प्राइमरी में समायोजित किया गया है। आमोद शर्मा का कहना है कि जब तक विभाग उनकी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करता है, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
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प्राइमरी संभाग का अनुदान प्रत्याहरित :
इधर सरकार ने दुर्बीन सिंह उमावि स्कूल के प्राइमरी संभाग का अनुदान प्रत्याहरित कर दिया है। इस संबंध में शासन से जारी पत्र भी बेसिक शिक्षा विभाग को मिल गया है। ----------
18 बिदुओं की शिकायत हमें मिली थी। इस पर प्रबंध तंत्र से जवाब मांगा गया है।'
-अंजली अग्रवाल
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी
कासगंज