भजन गाते-गाते वराह मंदिर में पुरोहित की मौत
गा रहे थे मुझे अपनी शरण में ले लो राम.. परिवार में मचा कोहराम श्रद्धालुओं में शोक
संवाद सूत्र, सोरों : 'मुझे अपनी शरण में ले लो राम..' भजन गाते-गाते एक पुरोहित जमीन पर गिर पड़े। भजन संध्या में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले गए, जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
जन्माष्टमी पर्व पर वराह मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया था। कस्बा के ही मुहल्ला बारू निवासी 35 वर्षीय अनुराग बरबारिया उर्फ टिल्लू पुत्र स्वर्गीय भगवान सहाय पुरोहित का काम करते हैं। इसके साथ में मंदिरों में होने वाले कार्यक्रमों में वह ढोलक बजाते हैं तथा भजन गाते हैं। वह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। भजन मंडली के कलाकारों के साथ उन्होंने ढोलक पर थाप दी। रात 11.40 बजे जब उनक बारी आई तो उन्होंने 'मुझे अपनी शरण में ले लो राम..' भजन गाना शुरू किया। भजन संध्या में मौजूद लोगों के अनुसार भजन की पहली लाइन गाते-गाते ही वह जमीन पर गिर पड़े। पहले तो भजन संध्या में कोई समझ ही नहीं पाया कि क्या हुआ। लोग अनुराग के पास पहुंचे। उनके कोई जवाब न देने पर आनन-फानन में अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिए। माना जा रहा है अनुराग को एकाएक हार्ट अटैक पड़ा। सोरों इंस्पेक्टर रिपुदमन सिंह का कहना है कि खबर मिलने पर पुलिस भी मंदिर में पहुंची थी, लेकिन परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इन्कार कर दिया। नगर की धाíमक एवं सामाजिक संस्थाओं ने शोक व्यक्त किया है।
भजन संध्या से भक्त पहुंचे अस्पताल : भजन संध्या 12 बजे भगवान के जन्म तक चलनी थी। इसके बाद में खाने की व्यवस्था थी। अनुराग की मौत के बाद में खाना एवं प्रसाद भी रखा रह गया। हर कोई अस्पताल की तरफ दौड़ पड़ा। लोगों की जुबां पर एक ही चर्चा थी कि इस तरह की मौत हर किसी को नहीं मिलती है।
जन्म पर नहीं बजा घंटा, जन्मोत्सव की रही औपचारिकता :
जन्माष्टमी पर्व को धमाल से मनाने की तैयारी थी, लेकिन भजन संध्या में मौत होने के बाद में फिर जन्मोत्सव पर घंटा भी नहीं बजा। बगैर घंटे के भगवान की आरती हुई। सादगी के साथ में जन्मोत्सव मनाया गया।