जीवित राहुल को श्रद्धांजलि देती रही सोशल मीडिया
जागरण संवाददाता, कासगंज: पिछले तीन दिनो से शहर मे एक अफवाह तेजी से उड़ रही थी। जिसमे
By Edited By: Published: Mon, 29 Jan 2018 07:59 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jan 2018 07:59 PM (IST)
जागरण संवाददाता, कासगंज: पिछले तीन दिनो से शहर मे एक अफवाह तेजी से उड़ रही थी। जिसमे गोली लगने से राहुल उपाध्याय की मौत होना बताया जा रहा था। सोशल मीडिया पर जब मार्मिक दृश्य दिखाते हुए यह अफवाह तेजी से फैली तो कई शहरो मे उसे श्रद्धांजलि दे दी गई। सोमवार को जिसे मृत दिखाया जा रहा था, वह युवक पुलिस और मीडिया के सामने आ गया। उसके बाद अफवाहो पर ब्रेक लगा है। <ढ्डह्म> गणतंत्र दिवस पर जब बवाल हो रहा था तो चंदन गुप्ता को तो गोली लगी और राहुल उपाध्याय भी घायल हुआ था। उसके बाद चंदन की मौत हुई लेकिन कुछ ही देर बाद राहुल की मौत की खबर भी तेजी से फैलने लगी। कोई अलीगढ़ मेडीकल कालेज मे राहुल का शव बता रहा था तो किसी निजी चिकित्सालय मे। अफवाह ने हिंसा के दौरान आग मे घी डालने का काम किया। लगातार तीन दिन तक यह अफवाह दिन प्रतिदिन रफ्तार पकड़ती गई और देखते ही देखते दूसरे कई जिलो मे सोशल मीडिया पर राहुल उपाध्याय के फोटो और उसकी मौत की खबर चलने लगी। इसके बाद तो इलाहाबाद, अलीगढ़ सहित कई जिलों मे केडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि भी दे दी गई। सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि भी दी जाने लगी लेकिन सोमवार को राहुल अचानक पुलिस के सामने पहुंच गया। भाजपा जिलाध्यक्ष पूर्णेद्र सोलंकी के साथ उसने आईजी डा. संजीव गुप्ता के सामने अपने जीवित होने का प्रमाण दिया। इसके बाद अफवाहो पर ब्रेक लग सका है।
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