क्रिकेट खेलें मगर पढ़ाई न छोड़ें: चेतन शर्मा
सेंट जोसफ स्कूल के वाíषकोत्सव में पूर्व क्रिकेटर ने दी बच्चो को सीख मेरी हैट्रिक और शतक याद नहीं मियांदाद का छक्का सबको याद
कासगंज, जासं। पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा ने स्कूली बच्चो को शिक्षा पर जोर दिया। कहा कि पढ़ने के साथ भी क्रिकेट खेला जा सकता है। खेलने के लिए पढ़ाई नहीं छोड़नी है।
वे शनिवार को सेंट जोसफ स्कूल के वाíषकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि आए थे। अपनी बात को तर्क देने के लिए कई क्रिकेटरों के नाम बताते हुए कहा कि इंजीनियर होने के साथ उन्होंने क्रिकेट खेला। पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा ने कहा कि आज के दौर में दस लाख बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन देश की टीम में 16 से 17 खिलाड़ी ही पहुंचते हैं। आइपीएल और अन्य टीमों में 270 तक खिलाड़ी पहुंचते हैं। लिहाजा पढ़ाई पर ध्यान दें।
पुराने दिनों की यादें ताजा करते हुए चेतन शर्मा ने कहा कि 86 में इंग्लैंड दौरे में उन्होंने शतक लगाया था। वर्ष 1987 में ऐतिहासिक हैट्रिक लगाई लेकिन, लोग याद रखते हैं तो जावेद मियांदाद का छक्का।
वाíषकोत्सव के समापन अवसर पर डीएम सीपी सिंह ने भी छात्रों का हौसला बढ़ाया। एसपी सुशील घुले ने भी छात्रों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। समापन समारोह में खेलकूद प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर प्रिसिपल पीटर पारखे ने छात्रों का हौसला बढ़ाया। दिल्ली में तो बहुत प्रदूषण है:
चेतन शर्मा ने कहा कि कासगंज में अच्छी तरह सांस ले रहे हैं। दिल्ली में तो प्रदूषण काफी है। 15 दिन से धूप के दर्शन नहीं हुए। यहां पर हरियाली भी है। उन्होने तो आज ही मैच खत्म कर दिया :
बच्चों को संबोधित करते हुए इंडिया टीम की तारीफ करते हुए कुछ यूं कहा कि इंडिया और बांग्लादेश के मैच में रविवार को हमें जाना था, लेकिन हमारे देश के खिलाड़ियों ने तो बेहतर प्रदर्शन करते हुए तीसरे दिन ही जीत लिया। छह बॉल फेंकीं, एक वाइड, एक पर चौका:
सेंट जोसफ स्कूल के वाíषक खेलकूद समारोह के अंतिम दिन विशिष्ट अतिथि पूर्व क्रिकेटर चेतन शर्मा ने मैदान पर बॉलिग भी की। उन्होंने मैदान पर कुल पांच गेंद फेंकीं। इनमें से एक बॉल वाइड चली गई। चेतन शर्मा की बॉल खेलने का मौका मिला स्कूल में हाईस्कूल के छात्र सनी प्रताप सिंह को। उन्हें पहले से पता था उनकी बॉल पर बैटिग करनी है लिहाजा वह काफी उत्साहित थे। एक बॉल को उन्होंने बाउंड्री तक भी पहुंचाया। सनी कहते हैं कि आज मुझे भारतीय टीम में रहे एक महान गेंदबाज की बॉलिग पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला है। इस दिन को कभी भी नहीं भूल पाऊंगा।