बेसहारा गोवंश बन रहा है अन्नदाता की परेशानी
जागरण संवाददाता कासगंज बेसहारा गोवंश पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। इन्
जागरण संवाददाता, कासगंज : बेसहारा गोवंश पर सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। इन्हें पालने वालों को भी सरकार द्वारा हर महीने 900 रुपये दिए जा रहे हैं। इसके बाद भी जिले में अन्नदाता परेशान हैं। रातों को खेतों में बैठकर रखवाली करनी पड़ रही है। वहीं अब तो गोवंश हमलावर भी हो रहा है। कहीं घेर में बंधी भैंसों की जान ले रहा है तो कहीं ग्रामीणों को ही घायल कर रहे हैं।
पिछले दिनों सिढ़पुरा क्षेत्र में एक भैंस को बेसहारा गोवंश ने घेर कर मार दिया। वहीं म्यासुर में दो दिन पहले एक किसान पर हमला कर उसे घायल कर दिया। सहावर क्षेत्र में तो बीते दिनों किसान यूनियन के धरने में भी बेसहारा गोवंश की समस्या को प्रमुखता से उठाया गया। सिढ़पुरा, सहावर एवं पटियाली में किसानों को फसलों की रखवाली के लिए रात खेतों में गुजारनी पड़ रही है। किसानों में हो जाते हैं झगड़े
बेसहारा गोवंश के चलते किसानों में भी झगड़े बढ़ रहे हैं। किसान अपने खेत से गायों को भगाते हैं, ऐसे में यह दूसरों के खेत में पहुंच जाती हैं। इस पर दूसरा किसान आपत्ति करता है तो कई बार तो किसानों द्वारा गोवंश को गांव के बाहर खदेड़ा गया है। सांड़ बन रहे हैं हादसों की वजह
इधर, बेसहारा गोवंश में शामिल सांड़ हादसों की वजह बन रहे हैं। शहर में भी हाईवे से लेकर सड़कों पर बेखौफ चहलकदमी करने वाला गोवंश बाइक एवं अन्य वाहनों से टकरा जाता है। एकाएक इनके सामने आने से भी चालक वाहन से नियंत्रण खो देते हैं। एक महीने में करीब आधा दर्जन लोग बेसहारा गोवंश के चलते हादसे का शिकार हो चुके हैं। सहावर में किसानों ने उठाई पकड़ने की मांग :
सहावर क्षेत्र में किसानों ने बेसहारा गोवंश को पकड़ने की मांग उठाई है। प्रधान नरेश पाल सिंह, चंद्रपाल, तुलसीराम, गीतम सिंह, भूदेव, प्रेमपाल, सोरन सिंह, विजयपाल, वीरेंद्र, दीन दयाल, सुखराम, ज्ञान सिंह, पप्पू, राम सेवक, दाताराम, सतपाल, अमर सिंह, प्रेमपाल ने कहा है तहसील प्रशासन बेसहारा गोवंश की समस्या से निजात दिलाए। बेसहारा गोवंश को गोशाला में रखा जा रहा है। ग्रामीणों द्वारा ही अपने पशुओं को छोड़ा जा रहा है, जो दूसरों के लिए परेशानी का सबब बनते हैं। ग्रामीण भी इसमें सहयोग करें। अगर कहीं पर किसी के द्वारा गोवंश को छोड़ने की जानकारी मिले तो वह अवगत कराएं।
-एके श्रीवास्तव
अपर जिलाधिकारी
कासगंज