बाल विवाह को लेकर किया जागरूक
विशेषज्ञों ने बाल विवाह को बुराई बताते हुए कहा कि यह सामाजिक अपराध है। छात्राओं को जागरुक करने के साथ में कहा कि वह इस संदेश को अपने घर एवं गांव तक पहुंचाएं।
जागरण संवाददाता, कासगंज : श्रीमती द्रौपदी देवी जाजू कन्या सरस्वती विद्या मंदिर में बुधवार को जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें विशेषज्ञों ने बाल विवाह को बुराई बताते हुए कहा कि यह सामाजिक अपराध है। छात्राओं को जागरुक करने के साथ में कहा कि वह इस संदेश को अपने घर एवं गांव तक पहुंचाएं।
बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सदस्या अनीता शर्मा ने कहा कि बाल विवाह पर रोक लगी हुई है। कानून के तहत यह सामाजिक अपराध है। युवक-युवतियों की शादी के लिए आयु तय है। इससे कम उम्र में विवाह करना अपराध की श्रेणी में आता है। डॉ. मुहम्मद मियां ने बाल विवाह से युवक एवं युवतियों के समक्ष आने वाली शारीरिक समस्याओं के संबंध में बताया। इस दौरान छात्राओं की शंकाओं का समाधान भी किया। छात्राओं से आह्वान किया कि वह इस संदेश को घर और गांव तक पहुंचाएं, ताकि लोग जागरूक हो सकें। स्कूल प्रधानाचार्या सोनवती शर्मा ने आभार व्यक्त किया। अनिल कुमार, प्रवीण शर्मा, गीता सक्सैना, शालिनी माहेश्वरी, ममता सोलंकी, कामिनी, ममता, कंचन, कामना, भावना, ऊषा, चंद्र प्रभा, प्रेमचंद्र, धनपाल एवं रनवीर आदि उपस्थित थे।