बाबू गए बैठक में, किसान खड़े-खड़े परेशान
सरकारी कार्यालयों में मौजूद कर्मी भी सही जानकारी नहीं दे रहे थे। ब्लॉक कार्यालय का बुरा हाल है। ग्रामीण सचिवों को तलाश रहे हैं।
कासगंज, जागरण संवाददाता। जनसमस्याओं के निस्तारण पर सरकार संजीदा है। अधिकारी हर रोज दफ्तरों का निरीक्षण कर रहे हैं तो दूसरी तरफ इनमें बाबूराज हावी है। दैनिक जागरण ने शुक्रवार को सरकारी कार्यालयों की पड़ताल की तो कई जगह पर फरियादी परेशान नजर आए।
उप निदेशक कृषि कार्यालय : ब्लॉक परिसर में स्थित दफ्तर में दोपहर एक बजे करीब किसान बाहर खड़े हुए थे। किसी को सम्मान निधि के संबध में पूछना था तो किसी को खाते के संबंध में जानकारी चाहिए थी। कासगंज का चार्ज एटा के उपनिदेशक कृषि पर है, जो कभी-कभी आते हैं। यहां में चार बाबू कार्यरत हैं। तीन के संबंध में बताया गया कि वह अलीगढ़ में आयोजित बैठक में भाग लेने गए हैं। एक कर्मचारी कंप्यूटर पर बैठा हुआ था, जिसने किसानों के पूछने पर भी कुछ नहीं बताया। घंटों तक किसान यहां पर खड़े रहे।
ब्लॉक परिसर कासगंज: बीडीओ का कक्ष खाली है। बीडीओ पर जिला समन्वयक मनरेगा का चार्ज है, लिहाजा वह क्षेत्र में गए थे। ब्लॉक परिसर में कोई भी सचिव नहीं है। दफ्तर के बाहर बैठी अहरौली निवासी रज्जो ने बताया कि राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए सचिव ने कहा कि ब्लॉक पर जाओ। पांच-छह दिन से चक्कर लगा रही है। आज बाबू ने बुलाया था, लेकिन सचिव ने कुछ दिन पहले लौटा दिया। आज दफ्तर के लिपिक ने बुलाया था, लेकिन पटल सहायक ही नहीं मिले।
बिजली दफ्तर में अधिकारी कर्मचारी मिले उपस्थित: बिजली दफ्तर में दोपहर एक बजे करीब सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। दफ्तर में कोविड की नियमावली के तहत 50 फीसद कर्मचारी के स्थान पर सभी उपस्थित थे। एक्सईएन भी अपने कक्ष में ही बैठे हुए थे।
मुख्य विकास अधिकारी तेजप्रताप मिश्र ने बताया कि सभी दफ्तरों में कर्मियों को उपस्थित रहने एवं समस्याओं के निस्तारण के आदेश दिए हैं। ब्लॉक एवं कृषि निदेशक दफ्तर की स्थिति को देखा जाएगा।