जन औषधि केंद्र पर बढ़ाई गई दवाओं की उपलब्धता
कासगंज संवाद सहयोगी जेनेरिक दवाओं को लेकर जागरण द्वारा चलाया गया अभियान जन सामान्य के लिए सहूलियत देता दिख रहा है।
कासगंज, संवाद सहयोगी : जेनेरिक दवाओं को लेकर जागरण द्वारा चलाया गया अभियान जन सामान्य के लिए सहूलियत देता दिख रहा है। जनऔषधि केंद्र पर दवाओं की कमी काफी हद तक दूर हो गई है। 250 प्रकार के साल्ट की दवाएं शुक्रवार को जनऔषधि केंद्र को मिली हैं।
सरकारी अस्पतालों में सभी चिकित्सकों को दवाओं की कंपनियों के नाम नहीं बल्कि साल्ट लिखने की अनिवार्यता की गई है। हालांकि अब चिकित्सक ऐसी दवाएं जो अस्पताल के स्टोर में नहीं हैं। उनके साल्ट लिख रहे हैं। जिले में एक मात्र जनऔषधि केंद्र जिला अस्पताल में है, लेकिन इस अस्पताल के केंद्र पर जेनेरिक दवाओं का टोटा था। ऐसे में जेनेरिक दवा लेने मरीजों और तीमारदारों को मजबूरन ब्रांडेड कंपनी की दवा लेनी पड़ रही थी। जागरण ने इस समस्या को अभियान बनाकर प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद जिम्मेदार हरकत में आए। जनऔषधि केंद्र पर 250 प्रकार की दवाएं बढ़ाई गई हैं जनऔषधि केंद्र पर दवा सस्ती मिलती हैं। हमने जनऔषधि केंद्र से दर्द की दवा खरीदी है। बाजार की अपेक्षा काफी सस्ती है।
- देवेंद्र, तीमारदार परिवार के सदस्य को दवा दिलाने आए हैं। चिकित्सक ने पर्चे पर दवा का साल्ट लिख दिया था। जिससे आसानी से जेनेरिक दवा मिल गई।
- अभय, तीमारदार जेनेरिक दवाएं बेहद सस्ती होती हैं। जो दवाएं अस्पताल में नहीं हैं उन दवाओं के साल्ट लिखकर मरीज को जेनेरिक दवा लेने की सलाह देते हैं।
- डा. आनंद, चिकित्सक जिला अस्पताल जिला अस्पताल में जनऔषधि केंद्र बना हुआ है। लोग यहां से सस्ती दवाएं खरीद सकते हैं। सभी चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं कि दवाओं के साल्ट लिखे।
- डा. एसपीएस सिद्धू, सीएमएस जनऔषधि केंद्र पर 250 प्रकार की दवाईयां शुक्रवार को मिली है। अब दवाओं की कमी काफी हद तक पूरी हो गई है। लोगों को सस्ती दवा का लाभ दिया जा रहा है।
- प्रमोद कुमार, जनऔषधि केंद्र संचालक आंकड़े की नजर से
- 850 प्रकार की होती है जेनेरिक दवाएं
- 100 प्रकार की दवाएं अब तक थी जनऔषधि केंद्र पर
- 350 प्रकार की दवाएं शुक्रवार से हो गई उपलब्ध