वैदिक मंत्रों के बीच अटलजी की अस्थियां हरिपदी गंगा में विसर्जित
- तीर्थ नगरी के 51 पुराहितों ने कराया कलश का पूजन, वराह घाट पर हुआ विसर्जन -राज्यमंत्री
- तीर्थ नगरी के 51 पुराहितों ने कराया कलश का पूजन, वराह घाट पर हुआ विसर्जन
-राज्यमंत्री सुरेश राणा अस्थि कलश को लेकर पहुंचे
जागरण संवाददाता, सोरों: पुष्प वर्षा और वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की अस्थियों को हरिपदी गंगाजी में विर्सिजत किया गया। तीर्थ नगरी के 51 पुरोहितों ने अस्थि विसर्जन का दायित्व निभाया।
लखनऊ से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियों के कलश को लेकर राज्यमंत्री सुरेश राणा जैसे ही हरिपदी गंगाजी पर पहुंचे। अस्थि कलश का तीर्थ नगरी के 51 पुरोहितों ने वैदिक मंत्रो से पूजन कराया। इसके बाद कलश को यजमान बने राज्यमंत्री सुरेश राणा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, सांसद राजवीर ¨सह, ब्रज प्रदेश अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, भाजपा जिलाध्यक्ष पूर्णेंद्र सोलंकी पीएसी के दो स्टीमरों से वराह घाट पर लेकर पहुंचे, जहां मंत्रों के साथ पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियों को गंगाजी में विर्सिजत किया गया।
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अटल श्रद्धांजलि में टूटी दलीय निष्ठाएं-
जासं, सोरों: हरिपदी गंगाजी के घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के उमड़े सैलाब में दलीय दायरा टूटता दिखा। भाजपा के अलावा दूसरे दलों से जुड़े कार्यकर्ता पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते रहे। अवागढ़ घाट पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के लिए दोपहर से ही जन सैलाब उमड़ पड़ा। कई दलों के नेताओं ने उनको शब्दों से भी श्रद्धांजलि दी।
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राहों पर इंतजार, मुख पर अटल ¨जदाबाद
जासं, सोरों: राहों पर अस्थि कलश का इंतजार करते ग्रामीण महिला-पुरुष और बच्चे। हाथों में फूल और मुख पर अटलबिहारी वाजपेयी अमर रहे के बोल। कुछ ऐसे ही भाव शनिवार को कासगंज से सोरों तक दिखे। शहर से अस्थि कलश यात्रा आगे बढ़ी तो हर ओर इंतजार करते लोग दिखाई दिए। मामों और भिटोना, गोरहा और प्रहलादपुर पर अस्थि कलश वाहन का इंतजार करते ग्रामीण पूर्व प्रधानमंत्री की लोकप्रियता से जुड़े खड़े दिखे। जैसे ही अस्थि कलश आया, इंतजार कर रहे लोगों ने आगे बढ़कर श्रद्धांजलि दी और जननायक अमर रहे के नारे लगाए।