कासगंज के अरुण मौर्य ने सनी और लवलेश के साथ अतीक-अशरफ पर की थी ताबड़तोड़ फायरिंग, अब घर पहुंची पुलिस
Atiq Ahmed Murder अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को शनिवार रात पुलिस की मौजूदगी में मीडिया कर्मी बनकर पहुंचे अरुण मौर्य लवलेश तिवारी और सनी ने ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार कर हत्या कर दी। अब पुलिस अतीक की हत्या में शामिल आरोपित अरुण मौर्य के घर पहुंची है।
कासगंज, जागरण संवाददाता। कुख्यात अतीक अहमद की हत्या में शामिल तीन आरोपितों में से एक अरुण मौर्य कासगंज के सोरों क्षेत्र के गांव बघेला पुख्ता का मूल निवासी है। गांव में उसका पैतृक मकान और खेती है। उसके मां-बाप की मृत्यु हो चुकी है। तीन भाइयों में सबसे छोटा अरुण मौर्य शुरू से ही गलत संगत में रहता था।
मां-बाप की मृत्यु के बाद ही गांव छोड़कर चला गया था। कभी-कभी वह गांव आता था, मगर किसी को यह नहीं बताता था कि वह रहता कहां है और क्या करता है। कभी दिल्ली में रहने की जानकारी दे देता था तो कभी नोएडा में। उसके दोनों बड़े भाई गांव में ही रहकर खेतीबाड़ी कर रहे हैं।
जिला पुलिस को शनिवार की रात जब से यह पता चला कि अतीक की हत्या में शामिल एक आरोपित कासगंज का है, वह उसके बारे में जानकारी के लिए लगातार कवायद कर रही थी। रविवार सुबह जब पुलिस उसके घर पहुंची तो चाची लक्ष्मी देवी ने फोटो देखकर इसकी पुष्टि की। प्रथमदृष्ट्या जिले के किसी भी थाने में उसके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। पुलिस उसके बारे अभी और छानबीन कर रही है।
अतीक अहमद और अशरफ के मर्डर के बाद प्रयागराज सहित पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए डीजीपी मुख्यालय से पांच आईपीएस अधिकारी प्रयागराज भेजे गए हैं। इसके साथ ही पीएसी और आरएएफ बल भी तैनात कर किए गए हैं।
प्रयागराज की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया। उन्होंने तत्काल उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने तीन सदस्य ज्यूडिशियल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए। बता दें कि तीनों हमलावरों को पुलिस ने मौके से ही दबोच लिया था।