मालभाड़ा परियोजना का काम बंद करा कर ग्रामीणों ने किया हंगामा
संवाद सहयोगी झींझक मालभाड़ा परियोजना में
संवाद सहयोगी, झींझक : मालभाड़ा परियोजना में भूमि अधिग्रहण कर रोजगार व नौकरी न मिलने पर ग्रामीणों ने अपर जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर काम बंद करा दिया। ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर जम कर हंगामा काटा। खम्हैला गांव के पास रेलवे ट्रैक पर चल रहा पोल गाड़ने के काम को रुकवा दिया। काम रोके जाने की सूचना पर घटना स्थल पर पहुंचे उपजिलाधिकारी डेरापुर, पुलिस क्षेत्राधिकारी डेरापुर, थानाध्यक्ष मंगलपुर सहित भारी पुलिस बल पहुंच गया। पुलिस प्रशासन के समझाने के बावजूद भी ग्रामीणों ने काम नहीं होने दिया।
थाना मंगलपुर क्षेत्र के खमहैला गांव निवासी रामलखन, शिवकुमार, रवीन्द्र कुमार, राममोहन, सर्वेश कुमार, कमला देवी, राहुल कुमार, श्याम सिंह, रामाधार, राधाकांत, भाग्यवती आदि लोगों ने अपर जिलाधिकारी को दिए शिकायती पत्र में बताया कि भूमि डीएफसीसीआइएल की परियोजना में 2008 में अधिगृहीत की गई थी। डीएफसीसीआईएल के द्वारा सभी प्रार्थी गणों को विषय गत शासनादेश के अंर्तगत रोजगार व नौकरी देने का आश्वासन दिया गया था जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया। ग्रामीणों की मांग है कि प्रार्थी गणों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। अर्जित भूमि का भूमि अधिग्रहण 2013 के लागू 01 जनवरी 2015 के अनुसार जिलाधिकारी द्वारा स्वीकृत दर के चार गुना प्रतिकर दिया जाए। मंगलवार को ग्रामीण रेलवे लाइन के किनारे एकत्रित होकर रेलवे ट्रैक पर चल रहे काम को रुकवा दिया और हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे उपजिलाधिकारी रिषिकांत राजवंशी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डेरापुर रामकृष्ण मिश्रा, थानाध्यक्ष मंगलपुर आमोद सिंह, डीएफसीसी के अधिकारी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण अपनी बात पर अडिग रहे। बाद में अधिकारी वापस लौट गए। उपजिलाधिकारी डेरापुर ने बताया कि उक्त भूमि रेलवे के नाम पर खतौनी में दर्ज है। 2008 में रेलवे ने भूमि अधिग्रहण की थी। उसी वर्ष की मालियत के हिसाब से मुआवजा भी दिया था ग्रामीणों को समझाया गया है।