बिजली की मांग पर अड़े, 10.30 बजे शुरू हुआ मतदान
संवाद सहयोगी रसूलाबाद बिजली और रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर लगाकर घाघू ग्राम के 74
संवाद सहयोगी, रसूलाबाद: बिजली और रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर लगाकर घाघू ग्राम के 742 मतदाताओं ने सुबह से मतदान का बहिष्कार कर दिया। काफी प्रयास के बाद उप जिलाधिकारी जेपी पांडेय ने 10:30 बजे एक वोट डलवाया।
इस स्थिति की सूचना पाकर वहां मौके पर पहुंचे सीडीओ ने ग्रामीणों को समझाया और उन्हें लिखित रूप से 20 दिन में बिजली की व्यवस्था करवाने का आश्वासन देकर मतदान शुरू कराया। अंतत: मतदान 11:45 बजे पूर्ण रूप से शुरू हुआ।
ग्राम वासियों में प्रभात भदौरिया, दीपक पाल ने बताया कि उनके गांव के पानी की टंकी जो मितई निवादा के नाम से है, पिछले 7 वर्षों से बंद पड़ी हुई है। वह केवल बिजली ना होने के कारण बंद है। गांव तक कोई रोड नहीं है। उबड़ खाबड़ खड़ंजा मार्ग है। उनके गांव में अभी बिजली नहीं आई है। जबकि उन्हें यह आश्वासन मिला था कि चुनाव के पहले उनके गांव में भी बिजली आ जाएगी। खंभे गड़ गए कुछ दूर तार भी खींचे गए । लेकिन बिजली नहीं आई। जबकि मजरा खिरिया में रविवार को बिजली आ गई। घाघू स्थित प्राइमरी पाठशाला के बूथ संख्या 16 पर जहां 742 मतदाताओं के मत पड़ने थे वहां किसी भी मतदाता ने सुबह से ही वोट नहीं डाले। घाघू के पीठासीन अधिकारी विष्णु राठौर ने बताया कि सुबह से कोई भी मतदाता वोट डालने नहीं आया है। सबसे पहले 10:30 बजे राम अवतार राठौर में अपना पहला वोट डाला। बहिष्कार पर अड़े मतदाताओं को जब चौकीदार ने मतदान केन्द्र पर अंदर जाने से रोका तो उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इस स्थिति की सूचना उप जिलाधिकारी जेपी पांडेय ने जिलाधिकारी को दी और उनके निर्देश पर सीडीओ मौके पर पहुंचे । उन्होंने ग्रामीणों को बुलवाया और उनसे वार्ता कर उन्हें बताया की पानी की टंकी बिजली के कारण बंद पड़ी है। मुख्य समस्या बिजली और रोड की है। बिजली 20 दिन के अंदर गांव में चालू करवा देंगे। इसका उन्होंने लिखित आश्वासन दीपक पाल, प्रभात भदौरिया आदि लोगों को दिया।