वंदे भारत के आने पहले ही मुस्तैद हो जाएगी आरपीएफ
संवाद सहयोगी झींझक (कानपुर देहात) वंदेभारत एक्सप्रेस गुजरते समय रेल कर्मियों के साथ ही
संवाद सहयोगी झींझक, (कानपुर देहात): वंदेभारत एक्सप्रेस गुजरते समय रेल कर्मियों के साथ ही जीआरपी व आरपीएफ भी मुस्तैद रहेगी। ट्रेन के स्टेशन से गुजरने के 30 मिनट पहले से ही प्लेटफार्मों पर सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किये गये हैं।
वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन में कोई बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए रेल प्रसाशान से लेकर रेलवे सुरक्षा बलों तक को मुस्तैद रहने के निदेश दिये हैं। अप की वंदे भारत कानपुर सेंट्रल से चलते ही झींझक तक के स्टेशनों के बीच व डाउन की वंदे भारत के इटावा स्टेशन क्रास करते ही झींझक तक के सभी स्टेशनों के बीच मौजूद मालगाड़ी व अन्य ट्रेनों को लूप लाइन में लगा दिया जाता है। जितने भी गेट पड़ते हैं वहां के गेट मैन व की-मैनों को रेलवे लाइन पर मवेशी देखने के लिए मुस्तैद किया गया है। इसके बाद भी अब तक वंदे भारत एक्सप्रेस में इटावा व कानपुर के बीच तीन वार मवेशी टकराने की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बाद से अब इस हाई स्पीड ट्रेन के गुजरते समय जीआरपी व आरपीएफ को भी मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं। और ट्रेन आने के 30 मिनट पहले ही जीआरपी व आरपीएफ इसके लिए सतर्क हो जाएंगी। क्षेत्राधिकारी जीआरपी कानपुर सेंट्रल राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया की वंदे भारत एक्सप्रेस के गुजरते समय स्टेशनों पर जीआरपी को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इंसेट)अब तक हुई घटनाएं
अब तक वंदे भारत एक्सप्रेस से मवेशी टकराने की घटना तीन बार हो चुकी हैं।
1-23 फरवरी को अप की वंदेभारत एक्सप्रेस में पाता स्टेशन के पास मवेशी टकरा कर उसका शव पहियों में फंस गया था। इसके बाद पत्थर उछलकर बोगियों में लगने से तीन बोगियों के शीशे टूटे थे।
2-27 फरवरी की शाम रानेपुर ़फाटक के पास वंदेभारत एक्सप्रेस से सांड़ टकरा गया था, इससे 27 मिनट ट्रेन खड़ी रही थी।
3-13 मार्च को शाहपुर फाटक के पास मवेशी टकराने से 22 मिनट तक वंदे भारत एक्सप्रेस खड़ी रही थी।