अल्टीमेटम की सीमा खत्म,दंपती की हत्या में उलझाव बरकरार
जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: गजनेर थाना क्षेत्र के दलपतपुर गांव में हुई दंपती की नृशंस ह
जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: गजनेर थाना क्षेत्र के दलपतपुर गांव में हुई दंपती की नृशंस हत्या के मामले में डेढ़ माह बीतने के बाद भी उलझाव बरकरार है। मामले में नामजद पुत्री को हिरासत में लेकर पूछतांछ के बाद भी पुलिस उससे कुछ भी नहीं उगलवा सकी। इतना ही नहीं 7 अक्टूबर को इस घटना के खुलासे के लिए एसपी द्वारा एसओ गजनेर को पांच दिन का अल्टीमेटम दिए जाने के बाद भी कार्रवाई बेनतीजा है।
गत 11 ¨सतबर को दलपतपुर गांव निवासी राम स्वरूप पासवान(60) व उनकी पत्नी छुन्नी उर्फ छुन्ना देवी (58) की गांव के बाहर स्थित एक फार्म हाउस में धारदार औजार से नृशंस हत्या कर दी गई थी। मामले में मृतक के पुत्र बबलू की तहरीर पर गजनेर पुलिस ने मृतक की पुत्री राखी व उसको ले जाने वाले दुआरी गांव के दीपक तथा गंगरौली के आनंद यादव के खिलाफ सुनियोजित हत्या का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की थी। मामले में घटना में नामजद राखी को हिरासत में लेकर पूछतांछ की, लेकिन उससे इस मामले में पुलिस कुछ भी नहीं उगलवा सकी। इसके बाद पुलिस ने नामजद अन्य दोनों की तलाश में छापेमारी के साथ ही दंपती के नजदीकियों व रिश्तेदारों की गतिविधियों की भी छानबीन कराई लेकिन कार्रवाई बेनतीजा रही। इधर मामले में नामजद दो अन्य आरोपितों तक भी पहुंचने में पुलिस के विफल रहने पर एसपी ने 7 अक्टूबर को अपराध समीक्षा में गजनेर एसओ को पांच दिन में घटना के खुलासे का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन समय सीमा बीतने के 13 दिन बाद भी मामले में उलझाव बरकरार रहने से सवालिया निशान बना है। एसओ गजनेर रामफल प्रजापति ने बताया कि मामले में नामजद कराई गई पुत्री से पूछतांछ में उसकी संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। अब तक की छानबीन में नामजद गंगरौली के आंनद की भूमिका काफी संदिग्ध पाई गई है। नामजदगी के बाद फरार चल रहे दोनों नामजद आरोपितों की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही दोहरे हत्याकांड का खुलासा होने की उम्मीद है।