सबसे छोटे हारुन से थी बड़ी-बड़ी उम्मीदें
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: भोगनीपुर कोतवाली के दलेलनगर हाईवे पर मार्ग दुर्घटना में
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: भोगनीपुर कोतवाली के दलेलनगर हाईवे पर मार्ग दुर्घटना में तीन परिवारों को गम के आगोश में ले लिया। अकबरपुर पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे मृतकों के परिजनों की आंखे नम थीं। मृतक हारुन के भाई ने रुंधे गले से बताया कि सबसे छोटे से बड़ी-बड़ी उम्मीदें थीं। हादसे में अपनों के खोने का परिजनों को सहज विश्वास नहीं हो रहा था।
मंगलवार को हादसे में मृत सिदौली, सीतापुर के हारुन के बड़े भाई इरफान ने बताया कि चार बहन समां, शाहीन (दिव्यांग), रुखसार व शबा व तीन भाइयों में फुरकान के बाद हारुन सबसे छोटा था। छोटा होने के बाद भी उसने बकरे के व्यवसाय को संभाल लिया था। इससे परिवार को बड़ा संबल मिला था। बहनों में केवल समां की शादी हो सकी है। बताया कि सबसे छोटे भाई से बड़ी-बड़ी उम्मीदें थी। रात में उसे बाजार के लिए विदा करते समय नहीं पता था कि अब मुलाकात नहीं होगी। इसके बाद उसकी आंखें छलक पड़ी और गला रुंध गया। अन्य परिजनों ने उसे ढांढस बंधाया। बाड़ी गांव सिदौली, सीतापुर से आए संतलाल बेटे अमित की मौत पर अवाक थे। उन्होंने बताया कि वह तीन भाई हैं। अमित मझला था। इधर मृतक अनीश के बड़े पुत्र शाहरुख ने बताया कि वह पांच भाई हैं। शाम को पिता जल्द घर लौट आने की कह कर घर से निकले थे। इसके बाद हादसे में उनकी मौत की खबर पहुंची। मां आयशा व दादी हसाना का रो-रोकर बुरा हाल है।