मंदिर निर्माण का संकल्प आज हो रहा पूरा
संवाद सूत्र रूरा रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं ब
संवाद सूत्र, रूरा : रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे, इस नारे को वर्षों पहले लगाया था, लेकिन यह आज सच हो रहा है। ऐसा लग रहा कि हमारा जीवन सार्थक हो गया है। यह बातें रूरा निवासी मंजुल अवस्थी, गोपी श्याम शर्मा व राजनारायण मिश्रा ने कहीं।
राममंदिर भूमिपूजन होने जा रहा तो कस्बे के कई लोगों को पुराने दिन याद आ गए। कस्बे के मंजुल अवस्थी, गोपीश्याम शर्मा व राजनारायण मिश्रा ने बताया कि रामजन्मभूमि आंदोलन के समय हम सभी साथ में कारसेवा करते थे। वर्ष 1990 में हम लोग अयोध्या के लिए रवाना हो रहे थे कि उससे पहले ही रूरा पुलिस ने सभी को पकड़ लिया। पहले तो बिल्हौर थाने में रखा इसके बाद सभी को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया। करीब 42 दिन वहीं रहे। दिवाली भी जेल में ही मनाई गई। मंदिर निर्माण की घड़ी को बेहद खुशी की अनुभूति जाहिर करते हुए बताया कि लॉकडाउन के बाद सपरिवार अयोध्या जाकर मंदिर दर्शन करेंगे। मंदिर निर्माण के लिए जेल भरो आंदोलन में प्रमुख व्यवसायी रामजी गुप्ता, डॉ. भानू मिश्रा, अशोक राठौर सहित करीब एक सैकड़ा से ज्यादा कस्बाई लोगों ने स्वयं गिरफ्तारी दी थी उन लोगों ने बताया कि मन की मुराद पूरी हो गई है। हम बड़े सौभाग्यशाली हैं। पांच अगस्त को घरों में घी के दीपक जलाकर भगवान श्रीराम की पूजा करेंगे।