रुक-रुक कर होती रही बारिश, ठंड से वृद्ध की मौत
रुक-रुक कर होती रही बारिश ठंड से वृद्ध की मौत
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : मकर संक्रांति के दिन आसमान में बादल छाए रहे। पूरे दिन रुक रुक कर हल्की बारिश हुई। हवा चलने से ठंड रही। बारिश में राहगीर छाता लगाकर या फिर सिर ढंक कर निकले। मौसम खराब होने की वजह से शाम होते ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हुए। रसूलाबाद के आजाद नगर में ठंड लगने से वृद्ध बाबूराम कुशवाहा की तबीयत बिगड़ गई। स्वजन उन्हें सीएचसी ले गए यहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पूर्वानुमान के अनुसार ही मकर संक्रांति को मौसम का मिजाज बिगड़ गया। सुबह से ही आसमान में घने बादल रहे। इसकी वजह से कतई धूप नहीं निकली। नदी में स्नान के बाद लोग सूर्य के दर्शन न होने को लेकर परेशान रहे। पूरे दिन तेज हवा चलने से सर्दी रही। दिन में रुक रुक कर कई बार हल्की बारिश हुई। इसकी वजह से राहगीरों को खासी परेशानी हुई। कई लोग भीगते हुए निकले। स्थानीय लोग जरूरत पर छाता या फिर बरसाती पहन कर निकले। शाम होते होते मौसम खराब होने को लेकर लोग जल्द की घरों को निकल गए। मौसम विभाग ने मौसम खराब होने व बारिश का अलर्ट दिया था। इसका असर भी दिखा। संक्रांति के दिन बारिश के बीच उत्तर पूर्वी हवाएं चलीं। 2.3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली तो सर्दी रही। सूर्य पूरे दिन बादल में छिपे रहे। कतई धूप नहीं निकलने से ठंड रही। वहीं दिन में भी हल्का कोहरा छाया रहा। बारिश व धूप न निकलने से जनजीवन प्रभावित हुआ। बारिश के चलते पशुओं को परेशानी हुई। वहीं बुजुर्गों को ठंड से राहत के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ा। शाम को सूर्य अस्त होने के बाद तेज हवा की वजह से गलन बढ़ गई। कुछ चौराहों पर छाया में अलाव जलाए गए जिसमें राहगीर सर्दी से बचने को हाथ गर्म करते नजर आए। मौसम खराब होने को लेकर बाजार में सन्नाटा रहा। अधिकतम तापमान 18.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने 16 व 17 जनवरी को हल्की बारिश की संभावना जताई है। इस बीच आसमान में बादल छाए रहेंगे। जबकि सामान्य से तेज गति से हवा चलने और सुबह शाम कोहरा रहने के आसार हैं।