अफसरों ने की भूल, असहाय फांक रहा धूल
संवाद सहयोगी झींझक, (कानपुर देहात): प्रधानमंत्री आवास से उम्मीदें परवान चढ़ीं, मगर खुशियां कु
संवाद सहयोगी झींझक, (कानपुर देहात): प्रधानमंत्री आवास से उम्मीदें परवान चढ़ीं, मगर खुशियां कुछ दिन ही ठहर सकीं। पहली किस्त मिलने की बारी आई तो अफसर ऐसी भूल कर बैठे जो गरीब सुरेंद्र के लिए शूल बन गई। उसके बजाय किसी अन्य के खाते में पैसा भेज दिया। पहली किस्त न मिलने से उसे एक साल बाद भी पक्का आवास सपने जैसा लग रहा है। वह अफसरों के यहां दस्तक देता भटक रहा है।
झींझक ब्लाक के पिलख गांव निवासी सुरेंद्र को वर्ष 2017-18 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र चुना गया था। तत्कालीन सचिव व ब्लाक कर्मियों ने चूक करते हुए प्रथम किश्त के 40 हजार रुपये किशवापुर मालतीपुर निवासी पुष्पेंद्र के खाते में भेज दिए। पुष्पेंद्र ने खाते से धनराशि निकाल ली। तब से सुरेंद्र धन पाने के लिए भटक रहा है। अफसरों से कई बार दुखड़ा रोया, लेकिन धन नहीं मिला। वह आज भी परिवार के साथ जर्जर घर में रहने को मजबूर हैं। सुरेंद्र ने बताया कि हमें मिलने वाली धनराशि ब्लॉक कर्मियों की गलती से दूसरे गांव में रहने वाले के खाते में चला गया। कई बार अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन पैसा वापस नहीं मिला।
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लिपिकीय भूल से लाभार्थी का पैसा दूसरे व्यक्ति के खाते में चला गया। कई नोटिस के बाद भी किशवापुर के व्यक्ति ने पैसा सरकारी खाते में जमा नहीं किया। बैंक कर्मियों को पत्र भेजकर उसके खाते से रुपये वापस कराने को कहा गया है।
- सुमित पटेल, खंड विकास अधिकारी झींझक