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आया रोशनी का त्योहार, रंग बिरंगी झालरों से सजा बाजार

जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: रोशनी के त्योहार दीपावली में अब चार दिन का समय शेष है। इ

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 07:08 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 07:08 PM (IST)
आया रोशनी का त्योहार, रंग बिरंगी झालरों से सजा बाजार
आया रोशनी का त्योहार, रंग बिरंगी झालरों से सजा बाजार

जागरण संवाददाता,कानपुर देहात: रोशनी के त्योहार दीपावली में अब चार दिन का समय शेष है। इसके लिए रंग बिरंगी झालरों का बाजार सज गया है। महंगाई के बाद भी रंग-बिरंगी आर्टिफिशियल झालरों व दीपों से घरों को चमकाने की ललक युवाओं को इनकी ओर आकर्षित कर रही है। सस्ती होने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोग चाइना की रंग-बिरंगी झालरों की खरीद पर जोर दे रहे हैं।

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जिले में रोशनी के पर्व दीपावली के त्योहार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दीपोत्सव पर जगमगाने वाली रंग-बिरंगी झालरों से बाजार सज गया है। बाजारों में इलेक्ट्रिक मोमबत्ती, दिया और कलश की भी जबरदस्त मांग है। किफायती दामों में खूबसूरत डिजाइनर झालरें भी युवाओं को लुभा रही हैं। युवा दुकानों में पहुंचकर अपनी-अपनी पसंद की झालरें खरीद रहे हैं। अकबरपुर, रूरा, पुखरायां, झींझक आदि कस्बों में झालरों की खरीदारी के लिए अभी से युवाओं की भीड़ जुट रही है।इससे देर रात तक बाजार रोशन होने लगे हैं। दुकानें में सीरियल से लगे दीपक हों या फिर मोमबत्ती वाली झालरें अथवा रंग-बिरंगें बल्ब से सुसज्जित झालरें, इन्हें मकानों पर सजाने के लिए युवा आतुर हैं। अकबरपुर के विक्रेता युवराज, जगदीश गुप्ता, सुनील कुमार, रूरा के अंशू शर्मा बबलू सक्सेना, झींझक के कपिल शुक्ला, शुभम गुप्ता आदि ने बताया कि बाजार में 200 से 500 रुपये में इलेक्ट्रिक दीप मालाएं बिक रही हैं। जबकि इंडियन झालर सौ से 160 रुपए में मल्टी झालर 3 सौ रुपए में, पाइप झालर 190 रुपए में, एलईडी देशी झालर 190 रुपए में बाजार में उपलब्ध है। युवाओं को घूमने वाली दीपमालाएं खासी आकर्षित कर रही हैं। इसके अलावा फूल वाली, लीची वाली,बेर वाली, लैंप वाली, अंगूर वाली झालरें तथा घूमने वाले रंग बिरंगे बल्व भी बाजार में आकर्षण का केंद्र बने हैं।

बाजार में उपलब्ध हैं चाइनीज की भी झालरें

चीनी समान के बहिष्कार की मुहिम इस बार कमजोर होने से मकानों को रोशन करने वाली चाइनीज झालरें भी बाजार में सज गई हैं। दुकानदारों का कहना है कि सस्ती होने के कारण आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चे इनकी खरीद पर अधिक जोर दे रहे हैं। इनमें 'मकड़ी के जाल वाली झालर, रेडरोज झालर, म्यूजिकल झालर, सिल्क झालर, प्लास्टिक कैप झालर, चटाई झालर, चेरी झालर, राइस झालर, काजू झालर, गेंदा झालर आदि युवाओं की खासी पसंद बनी हैं। बाजार में म्यूजिकल झालरें भी उपलब्ध हैं, लेकिन इनकी खरीद कम हो रही है। दुकानदारों का कहना है कि पिछले वर्ष के सापेक्ष इस बार चीनी झालरों का आकर्षण बढ़ा है।


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