Move to Jagran APP

लापरवाही में फंसी एंबुलेंस, योजना हो गई 'पंचर'

जासं, कानपुर देहात : हाईवे में होने वाली दुर्घटनाओं के पीड़ित व अन्य जरूरतमंद मरीजों को

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 04:32 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 04:32 PM (IST)
लापरवाही में फंसी एंबुलेंस, योजना हो गई 'पंचर'
लापरवाही में फंसी एंबुलेंस, योजना हो गई 'पंचर'

जासं, कानपुर देहात : हाईवे में होने वाली दुर्घटनाओं के पीड़ित व अन्य जरूरतमंद मरीजों को चिकित्सालय तक पहुंचाने के लिए पुलिस को औद्योगिक क्षेत्र की ओर से एक एंबुलेंस वैन उपलब्ध कराई गई थी। एक-दो साल वैन सही चली लोगों ने इसका उपयोग भी किया। लेकिन धीरे-धीरे इसे अन्य नई एंबुलेंस आने के बाद किनारे खड़ा कर दिया गया। कोई उपयोग न होने तथा देखरेख के अभाव में जो जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने की मंशा या योजना थी वह कबाड़ होती वैन के साथ ही पंचर हो गई।

loksabha election banner

रनियां में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा 2010 में पुलिस चौकी को घायलों की मदद के लिए दी गई एंबुलेंस वैन अब रनियां चौकी परिसर में कबाड़ हालत में खड़ी है। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा 2010 में करीब पौने तीन लाख की लागत से चेयरमैन हरदीप ¨सह राखरा द्वारा यह एंबुलेंस वैन रनियां चौकी को भेंट की गई थी। इसका उद्देश्य हाईवे या अन्य मार्गों में हुई घटनाओं में घायलों को तत्काल इस गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया जाए। साथ ही फैक्ट्रियों में किसी न किसी तरह घायल श्रमिकों को भी तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा सके। यह सुविधा 2010 के बाद करीब दो साल तक ही चल पाई और उसके बाद धराशाई हो गई। तब से लगातार यह एंबुलेंस वैन कबाड़ बनी रनिया चौकी में खड़ी है। आज तक किसी भी अधिकारी की नजर नहीं गई। यदि इस वैन को सही करा दिया जाए तो मार्ग घटनाओं में घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने में मदद मिल सकती है। इस संबंध में पूर्व चेयरमैन हरदीप ¨सह राखरा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमने यह एंबुलेंस वैन रनियां चौकी को दी थी, जिसका इस्तेमाल कुछ सालों तक हुआ उसके बाद अब वह चौकी में कबाड़ बनी खड़ी है। रनिया चौकी इंचार्ज देवेंद्र ¨सह ने बताया कि इस एंबुलेंस वैन के बारे में हमें पूरी जानकारी नहीं है, इसकी जानकारी करके इसे ठीक करवाया जाएगा ताकि यह काम आ सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.