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कृषि मंडी को बना दिया तबेला, बांधे जा रहे मवेशी

कृषि मंडी को बना दिया तबेला बांधे जा रहे मवेशी

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 12:04 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 06:02 AM (IST)
कृषि मंडी को बना दिया तबेला, बांधे जा रहे मवेशी
कृषि मंडी को बना दिया तबेला, बांधे जा रहे मवेशी

संवाद सहयोगी, भोगनीपुर : बरौर कस्बा में बनी कृषि मंडी में चारो ओर बाउंड्री वाल न बनी होने के कारण आसपास के लोग मंडी में टीन शेड के नीचे बने फर्श पर लोग अपने-अपने मवेशी बांधते हैं, जिससे मंडी समिति तबेला बन गई है। मंडी में पेयजल व रोशनी की व्यवस्था न होने से सुविधाओं का टोटा बना हुआ है।

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बरौर कस्बा में वर्ष 2001 में कृषि मंडी का निर्माण किया गया था, जिसके तहत मंडी परिसर में अनाज की नीलामी के लिए दो बड़े चबूतरे बनाकर छाया के लिए शेड डलवाए गए थे। एक खुला चबूतरा बनवाने के साथ ही शौचालय का निर्माण कराया गया था। पेयजल व्यवस्था के लिए कृषि मंडी में एक हैंडपंप लगवाया गया था। रोशनी की व्यवस्था के लिए विद्युत पोल लगवाकर तार भी खींच दिए गए थे। कृषि मंडी के चारों ओर बाउंड्री वाल न होने से आसपास के लोग अनाज नीलामी के लिए बनाए गए छायादार शेड के नीचे बने चबूतरे में अपने-अपने मवेशी बांधते हैं। मंडी परिसर में मवेशी बंधने से मंडी परिसर तबेला बन गया है। कृषि मंडी में पेयजल व्यवस्था के लिए लगवाया गया हैंडपंप पांच वर्ष पूर्व खराब हो गया था। खराब हैंडपंप ठीक न कराए जाने से लोग उसका हत्था खोलकर ले गए। ठूंठ बने हैंडपंप के ऊपर एक व्यक्ति ने अपनी पेटी रख ली है। जिससे हैंडपंप का स्वरुप ही गायब हो गया है। मंडी परिसर में हैंडपंप न होने से दुकानदारों व ग्राहकों को करीब 200 मीटर दूर टेंपो स्टैंड पर लगे हैंडपंप में पानी पीने जाना पड़ता है। कृषि मंडी में रोशनी के लिए विद्युत पोल लगाकर तार तो खींच दिए गए थे, लेकिन अभी तक ट्रांसफार्मर न रखे जाने से मंडी परिसर में लगे विद्युत पोल व लाइन के तार शो पीस साबित हो रहे हैं। मंडी परिसर में पानी की व्यवस्था न होने के कारण परिसर में बना शौचालय उपयोगहीन साबित हो रहा है। आसपास के लोग शौचालय के पास कूड़ा डालते हैं, जिससे मंडी परिसर में कूड़ाघर में तब्दील हो रहा। बरौर कस्बा सोमवार व गुरुवार को साप्ताहिक बाजार लगती है। इस कृषि मंडी में बरौर कस्बा समेत आसपास स्थित दर्जनों गांवों के लोग अपनी कृषि उपज बेचने व खरीदने के लिए आते हैं, लेकिन पेयजल, रोशनी व शौचालय की व्यवस्था न होने के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। गल्ला व्यापारी रमेश साहू, गगन सचान, सब्जी दुकानदार समद राईन, यूनुस राईन, महेश कश्यप, गुड़ व्यापारी रतन शंकर, श्रीकृष्ण पाल, अवधेश शर्मा आदि ने बताया कि कृषि मंडी में पेयजल, रोशनी व शौचालय की व्यवस्था कराने के लिए कई प्रार्थना पत्र तहसील दिवसों में दिए गए हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है। कृषि उत्पादन मंडी समिति पुखरायां के सचिव सुधीर सिंह ने बताया कि कृषि मंडी बरौर में बाउंड्री वाल बनवाने, पेयजल व रोशनी की व्यवस्था कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर लखनऊ मुख्यालय भेजा गया है। प्रस्ताव स्वीकृत होने पर बरौर मंडी में सुविधाओं के लिए काम कराया जाएगा।


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