पढ़ाई पेड़ तले, गंदगी के बीच मिड-डे मील
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर:, कानपुर देहात: मीरपुर परिषदीय स्कूल के बच्चों को गंदगी के बीच मिड
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर:, कानपुर देहात: मीरपुर परिषदीय स्कूल के बच्चों को गंदगी के बीच मिड-डे मील परोसा जा रहा है। सारे मानक और नियमों का दरकिनार कर तबेले के पास ही बच्चों को बैठाकर पढ़ाया जाता है। स्कूल में व्यवस्था न होने के चलते रसोइया घर से बनाकर मिड-डे मील लाती है। कई माह से यही स्थिति है लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इसे देखने की फुरसत नहीं।
मलासा ब्लाक के डुड़ियामऊ गांव के प्राथमिक विद्यालय में पिछले शनिवार को मिड-डे मील में छिपकली गिर गई थी। विषाक्त भोजन खाने से विद्यालय के बच्चे व शिक्षामित्र बीमार हो गए थे। इस घटना को हुए सप्ताह भर बीत चुका है लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी अभी तक संजीदा नहीं हुए। इसी का परिणाम है कि अमरौधा ब्लाक के उच्च प्राथमिक विद्यालय मीरपुर में अब तक बच्चों को पेड़ के नीचे बैठाकर जानवरों के तबेले के पास खाना परोसा जा रहा है। बताया जाता है कि पिछली 31 जुलाई को तेज बारिश के बाद विद्यालय भवन बारिश के पानी में घिर गया था। उस वक्त से अब तक रेल लाइन के किनारे बने एक मकान के बाहर पेड़ों की छांव में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। सितंबर और अक्टूबर माह के पहले कुछ सप्ताह तक यहां मिड-डे मील ही नहीं परोसा गया बल्कि छात्रों को फल व बिस्किट बांटकर काम चलाया गया। अब मिड-डे मील बंटना शुरू हो गया है लेकिन विद्यालय में व्यवस्था न होने के चलते इसे रसोइया अपने घर से बनाकर ला रही हैं।
प्रधानाध्यापक शकुंतला देवी ने बताया कि विद्यालय में 32 बच्चे पढ़ रहे हैं। भवन के चारों जलभराव होने के कारण मजबूरीवश बच्चों को पेड़ के नीचे बैठाकर पढ़ाया जा रहा है। खंड शिक्षा अधिकारी विमला वर्मा ने बताया समस्या के निदान के लिए डीडीओ को पत्र दिया गया है। - स्कूल परिसर को जल्द ही सही करा कर वहां कक्षाएं संचालित कराई जाएंगी, तब तक वैकल्पिक व्यवस्था के लिए बच्चों को बाहर बैठाया जा रहा है।
- संगीता ¨सह, बीएसए कानपुर देहात।