सख्ती पर जागे अफसर, खुली पोल
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कागजों पर पूरे हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण की हक
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कागजों पर पूरे हो चुके आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण की हकीकत जांचने के लिए अवकाश के दिन रविवार को गांवों में निकले बीडीओ उस समय हैरत में पड़ गए, जब कई ग्राम पंचायतों में तीन वर्षों पूर्व स्वीकृत आंगनबाड़ी केंद्र भवन अधूरे मिले। उन्होंने अवर अभियंता से नाराजगी जताते हुए कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सीडीओ को भेजने की बात कही है।
जिले में इस समय 1788 आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। इनमे 221 केंद्रों का संचालन खुद के भवनों तथा 1567 का दूसरों के रहमोकरम पर हो रहा है। जबकि वित्तीय वर्ष 2016-17 में 94 आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण को हरी झंडी दी गई थी, जिनका ब्लाकों में क्षेत्र पंचायत तथा ग्रामीण अभियंत्रण कंवर्जेंस से निर्माण शुरू कराया गया। सबसे मजेदार बात रही कि सभी केंद्र भवनों का निर्माण कागजों पर चाकचौबंद दिखाया गया। जबकि हकीकत में क्षेत्र पंचायत के अधिकांश भवन अभी तक अधूरे पड़े हैं। पिछले दिनों दैनिक जागरण द्वारा मुद्दा प्रमुखता से उठाये जाने के बाद सीडीओ जोगिन्दर सिंह ने दस बीडीओ को नोटिस जारी किया था। सख्ती के बाद रविवार को अवकाश का दिन होने के बावजूद अकबरपुर ब्लाक के प्रभारी खंड विकास अधिकारी अशोक कुमार ने ग्राम पंचायत इकघरा, पुर तथा अंदाया में भवन निर्माण कार्य जांचने के लिए अवर अभियंता के साथ औचक निरीक्षण किया। इस पर कलई खुलकर सामने आई। तीनों जगहों पर भवन निर्माण कार्य अधूरा मिला। इकघरा के नवनिर्मित भवन में अभी तक पुताई नहीं कराई गई। जबकि बरामदे में प्लास्टर तक नहीं हुआ था। उन्होंने अवर अभियंता यशपाल से कड़ी नाराजगी जताई। बीडीओ ने बताया कि क्षेत्र पंचायत से निर्मित तीनों जगहों पर आंगनबाड़ी केंद्र भवन अधूरे मिले हैं। जबकि उन्हें अब तक पूरा होना चाहिए थे। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सीडीओ को भेजी जाएगी।