अच्छी उपज के लिए बीज उपचारित कर बोएं
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: राई व सरसों के फसल की अच्छी उपज के लिए बीज को उपचारित करके
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: राई व सरसों के फसल की अच्छी उपज के लिए बीज को उपचारित करके बोना चाहिए। रोगों से सुरक्षा हेतु 2.5 ग्राम थिरम, प्रति किलो की दर से बीज को उपचारित करके बुआई की जानी चाहिए। यह जानकारी मंगलवार को उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी पुखरायां परिसर में आयोजित ब्लाक स्तरीय कृषक गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक डा. अर¨वद कुमार ने कृषकों को दी।
उन्होंने बताया कि राई व सरसों की बुआई का उपयुक्त समय अक्टूबर माह का प्रथम पखवारा रहता है। फसल में उर्वरकों का प्रयोग मिट्टी परीक्षण के संस्तुतियों के आधार पर करना चाहिए। ¨सचित क्षेत्रों में नतृजन 120 किलोग्राम, फास्फेट व पोटाश 60-60 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से करने पर अच्छी उपज प्राप्त होती है। फसल को झुलसा रोग के प्रकोप से बचाने के लिए मैंकोजेब रसायन का प्रयोग 600 से 750 लीटर पानी में दो किलोग्राम की दर से एक हेक्टेयर में छिड़काव किया जाना चाहिए। गोष्ठी में जिला उद्यान अधिकारी रमेश चंद्र जैसवार ने बागवानी व सब्जी की विभिन्न फसलों की जानकारी के साथ ही प्रधानमंत्री कृषि ¨सचाई योजना के माध्यम से पानी व समय की बचत के बावत किसानों को जानकारियां दी। गोष्ठी में उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव ने किसानों के हित में शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। गोष्ठी में कृषि वैज्ञानिक डा. एमएम अग्रवाल, डा.आरएल आर्या, उप परियोजना निदेशक ऋषिकेश अवस्थी, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी अशोक कुमार, कृषि बीज भंडार प्रभारी अरुणकुमार द्विवेदी आदि ने भी किसानों को खेती से संबंधित जानकारियां दी। गोष्ठी में बीटीएम अर¨वद कुमार, दौलत ¨सह,जयवीर ¨सह, राजीव सोनी, अर¨वद कुमार आदि मौजूद रहे।