झींझक में भारी वाहनों की हो सकती नो इंट्री
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: झींझक में संकरे नहर पुल पर वाहन फंसने से जाम आम है।
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: झींझक में संकरे नहर पुल पर वाहन फंसने से जाम आम है। जाम से निजात के लिए पालिका प्रशासन ने दिन में भारी वाहनों की नो इंट्री का सुझाव दिया था। अब नहर पुल के इर्द गिर्द अतिक्रमण क्षेत्र का सीमांकन करने की कवायद शुरू हुई है। इसके बाद भारी वाहनों की नो इंट्री पर निर्णय लिया जाएगा।
झींझक राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद का गृहनगर है। ऐसे में यहां वीआइपी का आना जाना अधिक रहता है। इधर रसूलाबाद-सिकंदरा व रूरा-माती मार्ग से भी झींझक जुड़ा है। जबकि डेरापुर-मंगलपुर मार्ग होकर भी झींझक का सड़क परिवहन है। भारी वाहनों की झींझक होकर रसूलाबाद व सिकंदरा की ओर आवाजाही से बढ़े यातायात भार की वजह अक्सर जाम बन जाता है। असल में झींझक का नहर पुल सिकंदरा-रसूलाबाद मार्ग को जोड़ता है। रसूलाबाद से आने वाले वाहन रूरा होकर जाने के लिए नहर पुल से होकर ही निकलते हैं। डेढ़ सौ से अधिक वर्ष पुराना पुल संकरा है। दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही पर पुल पर वाहन फंसने से जाम आम है। दिन में स्कूली वाहनों के फंसने से बच्चे हलाकान होते हैं तो कई बार एंबुलेंस भी फंस चुकी है। नासूर बने जाम से छुटकारे के लिए 11 दिसंबर को नगर पालिका प्रशासन ने डीएम को पत्र लिखकर दिन में नहर पुल से भारी वाहनों की नो इंट्री का अनुरोध किया था। डीएम की पहल पर एसडीएम दीपाली कौशिक ने तहसीलदार को नहर पुल के इर्द गिर्द अतिक्रमण क्षेत्रफल सीमांकन का निर्देश दिया है। दिन में नो इंट्री जोन बनाने के नगर पालिका के अनुरोध पर राजस्व निरीक्षक झींझक दिनेश ¨सह व लेखपाल मोहन ¨सह की टीम बनाई गई है। ये टीम जल्द नहर पुल के इर्द गिर्द सड़क के चारों रास्तों में अतिक्रमण क्षेत्रफल की रिपोर्ट देगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रामस्वरूप, तहसीलदार डेरापुर अतिक्रमणकारी भी होंगे चिह्नित
झींझक नहर पुल को जोड़ने वाली चारों सड़कों के 300 मीटर दायरे में अतिक्रमणकारी भी चिह्नित होंगे। तहसीलदार ने बताया कि दो सदस्यीय टीम अतिक्रमणकारियों को भी चिह्नित करेगी। सड़क सीमा के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई इसी आधार पर होगी।