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कूड़े का डेरा ताले में रैन बसेरा

संवाद सहयोगी झींझक: सीएचसी में बना रैन बसेरा गंदगी से पटा पड़ा है। 10 वर्षों में एक भी तीम

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Sep 2018 05:46 PM (IST)Updated: Mon, 10 Sep 2018 05:46 PM (IST)
कूड़े का डेरा ताले में रैन बसेरा
कूड़े का डेरा ताले में रैन बसेरा

संवाद सहयोगी झींझक: सीएचसी में बना रैन बसेरा गंदगी से पटा पड़ा है। 10 वर्षों में एक भी तीमारदार यहां अव्यवस्था के कारण रुक नहीं सका।

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झींझक सीएचसी परिसर में आने वाले रोगियों के साथ तीमारदारों के रुकने के लिये रैन बसेरा बनवाया गया था। जिसके बाद दो तीन वर्षों तक इस भवन में अस्पताल कर्मियों का ताला रहा। बाद में इसका ताला तो खोला गया परंतु रैन बसेरा के भीतर गंदगी और भवन के पास ही खड़े झाड़ को देख कर किसी तीमारदार ने यहां रुकने की हिम्मत ही नहीं जुटायी। खैर कुछ भी हो रैन बसेरा निर्माण के पीछे जो सरकारी मंशा थी वह यहां पूरी होती नहीं दिख रही है। 10 वर्ष में सीएचसी के रैन बसेरा में एक भी दिन तीमारदार नहीं रूके। ग्राम प्रधान बान रज्जन ¨सह, प्रधान राजपुर गुड्डू राजपूत, मनोज ¨सह, प्रधान पति मुड़ेरा विश्वनाथ संखवार का कहना है कि सीएचसी में बना रैन बसेरा इतना गंदा है जिससे यहां कोई जाना नहीं चाहता। आज तक उसमें कोई भी नहीं रुका है। अधीक्षक झींझक सीएचसी डाक्टर विमलेश वर्मा ने बताया कि रैन बसेरा की साफ सफाई करवा कर धन उपलब्ध होने पर रंग रोगन भी कराया जाएगा। बारिश समाप्त होने पर वहां खड़ी घास कटवाई जाएगी।


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