ओवरब्रिज निर्माण की धीमी गति पर रेलवे सलाहकार सदस्य ने जताई नाराजगी
- सेतु निगम की लचर कार्यशैली पर शासन में शिकायत की दी चेतावनी - बोर्ड के जेई ने रेलवे क्षे
- सेतु निगम की लचर कार्यशैली पर शासन में शिकायत की दी चेतावनी
- बोर्ड के जेई ने रेलवे क्षेत्र में दो माह में कार्य पूर्ण करने का दिया आश्वासन संवाद सहयोगी, झींझक : दिल्ली हावड़ा रूट के झींझक क्रासिग पर बन रहे ओवरब्रिज की हकीकत जांचने के लिए गुरुवार को रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य श्याम मोहन दुबे व जेई अनीश चौधरी ने औचक निरीक्षण किया। सेतु निगम की लचर कार्यशैली पर सलाहकार समिति सदस्य ने नाराजगी जताई। इसके साथ ही उच्च अधिकारियों से मामले की शिकायत की चेतावनी दी। वहीं बोर्ड के जेई ने दो माह में अपने क्षेत्र में कार्य पूर्ण करने का आश्वासन दिया।
झींझक क्रासिग पर ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है। करीब एक साल पूर्व कार्य शुरू होने के बाद भी रफ्तार नहीं बढ़ रही है। इससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कस्बे का व्यापार भी प्रभावित हो रहा है, जबकि कस्बे के लोग नासरसेड़ा अंडरपास से निकल रहे हैं।
सेतु निगम की लचर कार्यशैली को देखते हुए गुरुवार को रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य व जेई अनीश चौधरी ने निरीक्षण कर स्थलीय निरीक्षण किया। श्याम मोहन दुबे ने कहा कि सेतु निगम की लचर कार्यप्रणाली के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायत के बाद भी काम की रफ्तार नहीं बढ़ रही है, जिससे सभी वर्ग परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर वह उच्चाधिकारियों से शिकायत करेंगे। इसके साथ ही शासन को भी बताएंगे। वहीं निर्धारित छह माह में कार्य पूर्ण न होने पर अन्य विकल्प पर विचार किया जाएगा। वहीं बोर्ड के जेई ने कहा कि रेलवे पटरी के ऊपर वह 30 जनवरी तक कार्य पूर्ण करा देंगे। इस दौरान व्यापारियों में रविद्र पालीवाल, विनोद वर्मा, आनंद वर्मा, रूबी जैन, अखिलेश गुप्ता, मोनू बजाज, ललिया वर्मा मौजूद रहे।