बिना अग्निशमन मानक के चलता मिला निजी अस्पताल
स्वास्थ्य अधिकारियों ने की जांच सौ बेड के अस्पताल में मिले तीन डॉक्टर खामियों पर चेतावनी देने के साथ कार्रवाई के लिए सीएमओ व डीएम को देंगे रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: अकबरपुर शहर में अधोमानक अस्पताल संचालित होने की शिकायत पर गुरुवार को नर्सिंग होम पंजीयन अधिकारी व डिप्टी सीएमओ की टीम ने औचक छापेमारी की। अस्पताल में अग्निशमन के अधूरे मानक, छत पर जलभराव सहित अन्य खामियां मिलीं।
अकबरपुर शहर अंडरपास चौराहा के पास संचालित अनंतराज हास्पिटल के अधोमानक होने की शिकायत दीपक सिंह चौहान ने सीएमओ से की थी। जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई गई थी। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे नर्सिंग होम पंजीयन अधिकारी डॉ. एपी वर्मा, डिप्टी सीएमओ डॉ. महेंद्र जतारया, शोध अधिकारी राजबहादुर समेत बायोमेडिकल व आयुष्मान की टीम जांच करने पहुंची। टीम को अग्निशमन के लिए 75 हजार लीटर के सापेक्ष 25 हजार ली. का मिला, जो मानक के विपरीत था। अस्पताल की छत पर जलभराव मिलने पर पंजीयन अधिकारी ने डेंगू समेत अन्य संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका पर नाराजगी जताई। सौ बेड के अस्पताल में मौके पर दो एमबीबीएस तथा बीएमएस डॉ. अमित कटियार मौजूद मिले। जबकि पैरामेडिकल कर्मी में रंजना, हेमलता, शालिनी पांडेय आदि उपस्थित थे। डिलीवरी कक्ष में दो के सापेक्ष तीन टेबल होने पर अधिकारियों ने कड़ी नाराजगी जताई और एक टेबल हटाने के लिए कहा। एक शौचालय में गंदगी होने पर उसे सफाई कराने के निर्देश दिए। अस्पताल में अधिक भीड़ होने के चलते बड़ी संख्या में हाइवे की सर्विस लेन पर बैठे रहे, जिससे हादसे की स्थित रही। नर्सिंग होम पंजीयन अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण में खामियां मिली हैं, जिसपर चेतावनी देते हुए कार्रवाई की रिपोर्ट दी जाएगी। जांच करने के बाद नर्सिंग होम पंजीयन अधिकारी शाम को आए थे। उन्होंने बताया कि एसडीएम ने टीम समेत बुलाया है। इसपर वह चले गए। जांच रिपोर्ट देने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. हीरा सिंह (मुख्य चिकित्साधिकारी) बिना एसडीएम व पुलिस के पहुंचे स्वास्थ्य अफसर
-सीएमओ ने अनंतराज हास्पिटल में मानकों की जांच के लिए नर्सिंग होम पंजीयन अधिकारी समेत तीन सदस्यीय टीम को साफ तौर पर लिखित हिदायत दी थी कि एसडीएम व पुलिस का सहयोग लें। इसके बावजूद स्वास्थ अफसर जल्दबाजी में पहुंच गए, जिसका नतीजा यह रहा कि जांच बंद कमरों में हुई और सभी के जाने पर मनाही लगा दी गई। इसके चलते कई बार मीडिया कर्मियों से भी झड़प की स्थित बनी। पंजीयन अधिकारी डॉ. एपी वर्मा ने बताया कि एसडीएम से वार्ता हुई थी, लेकिन वह समय नहीं दे पा रहे थे।