चचेरे भाई ने की थी किशोर की हत्या
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: जमीनी रंजिश व बहन को बदनाम करने की खुन्नस में राजपुर कस्
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: जमीनी रंजिश व बहन को बदनाम करने की खुन्नस में राजपुर कस्बे के किशोर की हत्या हुई थी। रविवार को स्वाट टीम व पुलिस ने उसके चचेरे भाई को गिरफ्तार कर घटना के खुलासे का दावा किया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपित को जेल दिया।
राजपुर कस्बे में बैंक आफ बड़ौदा के पास रहने वाले सुनील विश्नोई का पुत्र आकाश विश्नोई (14) खेलने की बात कह 21 सितंबर को घर से निकला था। इसके बाद वह नाटकीय ढंग से लापता हो गया था। घटना के दिन उसके पिता अपने बीमार चचिया ससुर को देखने पत्नी रीना व छोटे बेटे को लेकर कानपुर गए थे। बड़ी पुत्री राधा से जानकारी मिलने के बाद वापस आकर उन्होने बेटे की तलाश की। उसका पता नहीं चला तो दूसरे दिन उन्होंने राजपुर थाने में अनहोनी की आशंका जता गुमशुदगी दर्ज कराई थी। इसके बाद से पुलिस लापता किशोर की तलाश व छानबीन कर रही थी। 25 सितंबर को लापता आकाश का शव खासबरा-भाल माइनर में पड़ा मिला था। परिजनों ने किशोर को अगवाकर उसकी हत्या का आरोप लगा जाम व हंगामा किया था। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने घटना को हत्या में तरमीम कर छानबीन शुरू की थी। मामले में पहले से ही संदिग्ध चल रहे मृतक के चचेरे भाई शिवम पुत्र विनोद विश्नोई को स्वाट टीम प्रभारी रोहित तिवारी ने पुलिस व अपनी टीम के साथ दबोचकर किशोर की हत्या का खुलासा कर दिया। एसपी राधेश्याम ने बताया कि सगे भाई सुनील व विनोद के बीच पहले से ही खुन्नस चल रही थी। उन्होने बताया कि पूछताछ में आरोपित शिवम ने जमीनी रंजिश के साथ ही मृतक द्वारा उसकी बहन को बदनाम करने की खुन्नस में रजबहे में डुबोकर हत्या करने के बाद उसका शव फेंकने की स्वीकारोक्ति की है। इंसेट)
अपनी ही हरकतों से पुलिस के हत्थे चढ़ा आरोपी
कानपुर देहात: गत 25 नवंबर को लापता किशोर का शव मिलने के बाद उसके परिजनों ने पकड़े गए आरोपित पर हत्या का संदेह जताया था। इसके बाद एसओ राजपुर नवीन कुमार ने उसको दो दिन तक हिरासत में रखकर पूछताछ भी की थी। लेकिन उससे कुछ भी उगलावा पाने में पुलिस विफल रही थी। इस पर उसे थाने से छोड़ दिया था। इसके बाद उसने मृतक किशोर की मां रीना से उसके बेटे का कत्ल करने की बात कहने के साथ ही उसको गंभीर परिणाम की धमकी भी दी थी। आरोपित शिवम गांव से फरार हो गया था। एसपी ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर स्वाट टीम को इस मामले में लगाकर आरोपित की तलाश कराने के बाद दबाव में उसने पिछले सप्ताह कोर्ट में जमानत का प्रार्थना पत्र दाखिल किया था। इसके बाद सर्विलांस की मदद से स्वाट टीम ने आरोपित को दबोच लिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में राजपुर की लचर कार्यशैली उजागर हुई है। इसकी जांच कराने के बाद कार्रवाई होगी।