फार्मासिस्ट के भरोसे आयुर्वेदिक चिकित्सालय
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: मलासा ब्लाक के मोहम्मदपुर गांव में संचालित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्स
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: मलासा ब्लाक के मोहम्मदपुर गांव में संचालित राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय में डॉक्टर की तैनाती न होने से इलाज फार्मासिस्ट के भरोसे होता है। वहीं तैनात कर्मचारी भी देरी से यहां आते हैं जिससे मरीजों को दवा के लिए इंतजार करना पड़ता है।
मलासा ब्लाक के मोहम्मदपुर गांव में 25 वर्ष पूर्व पंचायत भवन में राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का संचालन शुरू हुआ था। यहां एक डॉक्टर, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्याय व स्वीपर के पद सृजित हैं। मौजूदा समय में यहां केवल फार्मासिस्ट प्रमोद कुमार सचान, वार्ड ब्याय देवी सहाय व स्वीपर शिव देवी की तैनाती है। यहां तैनात रहे डॉ. रामनरेश के सेवानिवृत होने के बाद से यहां कोई डॉक्टर नहीं आया। ग्रामीणों की मानें तो लगभग दो वर्ष से यहां फार्मासिस्ट के भरोसे ही इलाज है। शनिवार को अस्पताल में पूर्वाहन 11 बजे तक ताला लटक रहा। मरीज कैलई के मकसूद हुसैन तथा गांव के मो. सफी आदि चिकित्सालय खुलने का इंतजार कर रहे थे। कई मरीज काफी देर इंतजार के बाद मायूस होकर घर लौट गए। 11 बजे के बाद फार्मासिस्ट ने चिकित्सालय खोला इसके बाद उन्होंने मरीजों की नब्ज देखी और दवा दी। फार्मासिस्ट ने बताया कि 31 जनवरी, 2016 के बाद से कोई डॉक्टर यहां तैनात नहीं किया गया है। ऐसे में यहां आने वाले मरीजों का इलाज करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि यहां बिजली, पानी व शौचालय की व्यवस्था नहीं है। क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. राजेश शुक्ला ने बताया कि डॉक्टरों की कमी है। निदेशालय को इसकी सूचना भेजी गई है।