कोहरे में काल बन सकते हैं अंधे मोड़, क्षेत्र में कई जगह हैं अवैध कट
कोहरे में काल बन सकते हैं अंधे मोड़ क्षेत्र में कई जगह हैं अवैध कट
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: सर्दी के साथ लगातार बढ़ रहा कोहरा हाईवे पर जानलेवा सिद्ध हो सकता है। खासकर कस्बा, गांवों को जोड़ने वाली सड़क कोहरे में बेहद खतरनाक हो जाती है। यहां संकेतक भी नहीं होते। ऐसे में सामने से क्या आ रहा है, कितनी दूर है, इसका अंदाजा भी नहीं लगता। ऐसे में अंधे मोड़ वाहन सवारों के लिए जानलेवा सिद्ध हो सकते हैं।
कानपुर देहात क्षेत्र में ऐसे कई इलाके हैं जहां अंधे मोड़ हैं। रनियां पड़ाव इसका उदाहरण हैं। यहां एक लेन ऊंची है और दूसरी नीची। यहां हाईवे पार करने के दौरान अक्सर हादसे होते हैं। इसी तरह कानपुर-झांसी हाईवे पर पुखरायां पटेल चौक के पास कोहरे के दौरान हादसे की आशंका बनी रहती है। भोगनीपुर तहसील के ही बड़ौली गांव के पास कट न होने से लोग पैदल हाईवे पार करते हैं। यहां भी कोहरे के दौरान बड़ा हादसा होने का खतरा बना रहता है। सिकंदरा में मुगलरोड पर जल्लापुर के पास कमलपुर के लिए जाने वाला मोड़ भी बेहद खतरनाक है। बिरहाना चौराहे के पास डिवाइडर टूटा होने की वजह से यात्री निकलने का प्रयास करते हैं। महटौली गांव के पास ही अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। बरतें सावधानी
-राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को चाहिए कि कोहरा पड़ने से पहले चिह्नित स्थानों पर संकेतक लगाए।
- दो माह तक कोहरे का असर रहता है, इस समय संबंधित आबादी क्षेत्र के लोगों को सावधानीपूर्वक निकलने की जरूरत है।
- रनियां पड़ाव के वाहनों को सचेत के लिए संकेतक या फोर्स तैनात करने की आवश्यकता है। आबादी वाले क्षेत्र से निकले हाईवे पर जगह-जगह संकेतक लगाए जा रहे हैं। अवैध कट बंद किए जाने पर भी काम चल रहा है।
मनोज शर्मा, जीएम, टोल प्लाजा।