झींझक में सड़ गया धान तो दूसरे केंद्र में सुखाने में जुटे किसान
जागरण संवाददाता कानपुर देहात बारिश से आफत झेल रहे किसानों का झींझक क्रय केंद्र म
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : बारिश से आफत झेल रहे किसानों का झींझक क्रय केंद्र में करीब 10 क्विंटल धान सड़कर खराब हो गया। वहीं यहां के अलावा, अकबरपुर व दूसरे केंद्रों पर दिनभर किसान अपने भीगे धान को सुखाने के लिए मेहनत करते रहे।
रविवार रात हुई बेमौसम बारिश से झींझक मंडी समिति में बने आरएफसी के खरीद केंद्र में खुले आसमान के नीचे जमा किसानों का सैकड़ों क्विंटल धान भीग गया था। तीन दिन में कोई बचाव का इंतजाम न होने से 10 क्विंटल धान सड़कर खराब हो गया। बाकी बचे धान को किसान धूप में सुखाने में लगे रहे। किसान चंद्रभान दुबे व भानु प्रताप ने बताया कि धान पानी में जमा रहने के कारण नीचे की बोरियों में भरा करीब 10 क्विंटल धान सड़ गया है, बाकी धान सुखाने के लिए धूप में डाला है। एसएमआइ मृदुला सिंह ने बताया कि नंबर के हिसाब से तौल हो रही है। बिना बताए कुछ किसानों ने खुले में धान रख दिया था। वहीं अकबरपुर मंडी में भी धान भीग गया था। यहां पर बुधवार को तिरपाल डालकर किसान धान सुखाने में जुटे रहे। किसानों का कहना था कि धूप निकलती है तो लगता है कि उनकी मेहनत अभी बच सकती है, लेकिन यह भी डर सताता रहता है कि अगर बारिश हो गई तो हमारा क्या होगा। तौल जल्द हो तो यह समस्या न आए। कार्रवाई के बाद रूरा क्रय केंद्र में शुरू हो सकी तौल
संवाद सूत्र, रूरा : मंडी समिति परिसर में संचालित धान खरीद केंद्र में मंगलवार को एसडीएम के द्वारा निरीक्षण के दौरान लापरवाही मिलने पर एफसीआई केंद्र के सहायक पर की गई शांतिभंग की कार्यवाही के बाद बुधवार को तौल हो सकी। मंडी के दोनों केंद्र में शाम तक कुल 200 क्विंटल की तौल हो सकी। धान तौल क्रम में गड़बड़ी रोकने के लिए किसानों की सूची बाहर चस्पा किये जाने के निर्देश दिए गए है।
मंगलवार को मंडी समिति परिसर के धान खरीद केंद्रों में चल रही मनमानी व अव्यवस्था पर खुद एसडीएम अकबरपुर ने मौके पर आकर एफसीआई केंद्र के सहायक सुनील गुप्ता पर शांतिभंग की कार्यवाही कराई थी। इस कार्रवाई के बाद बुधवार को एफसीआई केंद्र में जिला खरीद प्रबंधक राहुल श्रीवास्तव ने केंद्र पर सुबह से ही मौजूद रहकर खरीद चालू कराई। इस दौरान कई कई दिनों से तौल कराने के लिए आ रहे किसानों का नंबर न आने से नाराजगी जताई। जिला खरीद प्रबंधक ने किसानों को समझाकर कर शांत कराया। लेखपाल अंशुमान सिंह ने बताया कि तौल के क्रम में हेराफेरी न हो सके इसके लिए धान तौल कराने वाले किसानों की सूची बाहर चस्पा करने को कहा गया है। उधर, इसी परिसर के पीसीएफ केंद्र प्रभारी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि बुधवार को उनके यहां 100 क्विंटल तौल कराई गई है।