खानचंद्रपुर गांव में क्रोमियम निस्तारण से पहले लोगों की समस्याओं का हो निराकरण
खानचंद्रपुर गांव में क्रोमियम निस्तारण से पहले लोगों की समस्याओं का हो निराकरण
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: खानचंद्रपुर गांव के साथ उससे जुड़े तीन अन्य मजरों को मिला लें तो करीब पांच से छह हजार की आबादी है। डंप क्रोमियम को हटाने को लेकर चल रही कवायद फिलहाल धीमी है। इससे एक बात साफ है कि इस समस्या से ग्रसित लोगों को जल्द छुटकारा नहीं मिलने वाला। वहीं गांव के लोग इस मामले को लेकर नाराज हैं। लोगों का कहना है कि जब फैक्ट्री संचालक यहां क्रोमियम डंप कर रहे तब कोई रोकने वाला नहीं था। अब तो एक ही रास्ता है कि इन मामले के दोषियों से पैसा लेकर हमारी समस्याओं का समाधान कराया जाए।
खानचंद्रपुर गांव में फिलहाल यह नजर नहीं आता कि वर्तमान पीढ़ी के साथ आने वाली पीढि़यां भी इस सौगात में मिली बीमारी से जल्द निजात पा सकेंगी। क्रोमियम के निस्तारण को लेकर प्रस्तावित बजट न जाने कब प्रस्तावित हो, बाद में उसके कार्ययोजना कैसे बने कब तक पूरी हो, इन सबमें गुजरते समय के साथ हम गांवों वालों की समस्या का क्या। जो भूगर्भ जल खराब हो चुका है क्या गारंटी कि वह सही होगा। ग्राम प्रधान पुत्र अरुण पाल का कहना है कि इससे लाख बेहतर है कि हम लोगों को कहीं सुरक्षित स्थानों पर मकान देकर बसाया जाए। इससे आगे आने वाली पीढ़ी तो सुरक्षित रहेगी।
राहत दिलाने के लिए आसरा चाहिए
इस समय पानी उपलब्ध कराने के लिए तीन टैंकर तो लगे हैं लेकिन पानी के साथ मवेशियों व नहाने के लिए इतना पानी पर्याप्त नहीं होता। इन हालात में दूषित पानी की चपेट में अभी भी लोग उस उपयोग करके आ रहे हैं। इससे निजात तभी मिलेगी जब यहां रहने वालों को किसी सुरक्षित स्थान पर बसाने की पहल हो।