बारा टोल प्लाजा पर 40 फीसद वाहन हो सके फास्टैग, जाम से हांफे वाहन
बारा टोल प्लाजा पर 40 फीसद वाहन हो सके फास्टैग जाम से हांफे वाहन
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: फास्टैग व्यवस्था लागू होने के चलते मंगलवार को तीसरे दिन भी बारा टोल प्लाजा पर वाहनों की कतारें लगी रहीं। जाम में जूझते वाहनों को निकालने के लिए टोल प्रबंधन की ओर से कई बार कैशलेन को बढ़ाया भी गया, लेकिन पूरे दिन में कई बार जाम के हालात रहे। दूसरी तरफ फास्टैग से अभी तक चालीस फीसद वाहन ही जुड़ सके हैं।
कैशलेस व्यवस्था को प्रभावी बनाने के साथ ही वाहन स्वामियों को जाम, ईधन की बचत व प्रदूषणरहित वातावरण देने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से सभी वाहनों को फास्टैग करने के निर्देश 21 नंवबर को जारी किए गए थे। मंत्रालय की ओर से इसके लिए एक दिसंबर को अंतिम तिथि घोषित की गई थी। साथ ही समयसीमा में फास्टैग न अपनाने पर दोगुना चार्ज वसूलने के निर्देश भी जारी किए गए थे। हालांकि फास्टैग की संख्या न बढ़ती देख अंतिम तिथि 15 दिसंबर कर दी गई थी। रविवार से फास्टैग व्यवस्था लागू होने के तीसरे दिन भी टोल पर अव्यवस्था हावी रही। अकबरपुर-कानपुर व कानपुर-अकबरपुर लेन पर वाहनों की कतारें लगी रही। जाम के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा जबकि सुबह 9-11 व शाम पांच बजे के आसपास ज्यादा अव्यवस्था रही। हालांकि जाम को देखते हुए टोल प्रबंधन की ओर से बीच बीच में कैशलेन को बढ़ाया गया। प्रबंधन की ओर से टोल पर कैश लेन व फास्टैग लेन को लेकर साइन बोर्ड लगाए गए हैं, लेकिन इसके बाद भी बिना टैग वाले कई वाहन फास्टैग लेन में चले गए। जिसके बाद टोल कर्मियों के द्वारा उन्हें वापस किया गया। इस कारण भी जाम की स्थिति से लोगों को जूझना पड़ा जबकि रात तक स्थितियां सामान्य न रहने से टोल प्रबंधन जूझता रहा। फास्टैग के कारण कुछ देर के लिए जरूर कतारें लगी थी, लेकिन नियंत्रण के लिए एनएचएआइ की अनुमति से कैशलेन की संख्या कुछ देर के लिए बढ़ी दी गई थी।
मनोज शर्मा, जीएम बारा टोल प्लाजा