अब कालिका देवी मंदिर तालाब की बदलेगी सूरत
जागरण संवाददाता कानपुर देहात कस्बावासियों के आस्था का केंद्र माना जाने वाला कालिका देवी मंदिर की सूरत व सीरत बदलेगी। नगर पंचायत की ओर से सोमवार को मंदिर परिसर के तालाब में 75 कछुए व तीन हजार मछलियों को छोड़ा गया है। मंदिर पहुंचने वाले लोगों को स्वच्छ वातावरण देने के लिए जल्द ही नगर पंचायत तालाब का सुंदरीकरण कराएगा जिसमें सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही आसपास फूलदार पौधे भी लगाएं जाएंगे। अकबरपुर-रूरा मार्ग पर बस्ती से सटा कालिका देवी मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्तों का मंदिर पहुंचना होता है। मंदिर पहुंचने वाले लोगों को साफ व स्वच्छ वातावरण मिल सके इसके लिए नगर पंचायत की ओर से मंदिर से सटे तालाब के सुंदरीकरण की योजना बनाई गई है।
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात : कस्बावासियों के आस्था का केंद्र माना जाने वाला कालिका देवी मंदिर की सूरत व सीरत बदलेगी। नगर पंचायत की ओर से सोमवार को मंदिर परिसर के तालाब में 75 कछुए व तीन हजार मछलियों को छोड़ा गया है। मंदिर पहुंचने वाले लोगों को स्वच्छ वातावरण देने के लिए जल्द ही नगर पंचायत तालाब का सुंदरीकरण कराएगा, जिसमें सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ ही आसपास फूलदार पौधे भी लगाएं जाएंगे।
अकबरपुर-रूरा मार्ग पर बस्ती से सटा कालिका देवी मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्तों का मंदिर पहुंचना होता है। मंदिर पहुंचने वाले लोगों को साफ व स्वच्छ वातावरण मिल सके, इसके लिए नगर पंचायत की ओर से मंदिर से सटे तालाब के सुंदरीकरण की योजना बनाई गई है। बता दें कि तालाब में स्थानीय लोगों की ओर से घर से निकला कूड़ा व गंदगी फेंक दी जाती थी। इससे आने जाने वाले लोगों दुर्गंध के कारण समस्या होती थी साथ ही मंदिर का पवित्र वातावरण भी दूषित होता था। इसे देखते हुए नगर पंचायत की ओर से तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया है। शुरूआती दौर में सोमवार को ईओ देवहूति पांडेय व बबलू कटियार के साथ ही नगर पंचायत कर्मियों ने मंदिर परिसर व तालाब का निरीक्षण किया और आगे की योजना तय कर 75 कछुए व तीन हजार मछलियां छोड़ी। स्थानीय लोगों से तालाब में गंदगी न फेंकने की अपील की।