आयुष्मान में अवैध वसूली पर राजावत हास्पिटल को नोटिस
जागरण संवाददाता कानपुर देहात गरीबों को पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज देने की प्रधानमं˜
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: गरीबों को पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज देने की प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान योजना भी अवैध वसूली का धंधा बनने लगी है। दुर्घटना में घायल का आयुष्मान योजना से निश्शुल्क इलाज देने के साथ ही अकबरपुर शहर के निजी अस्पताल में प्लेट व खून चढ़ाने के लिए 33600 रुपये अवैध तरीके से ले लिए गए। भौतिक सत्यापन में शिकायत के बाद पोल खुलने पर स्टेट एजेंसी ने अस्पताल को नोटिस जारी किया है।
जनपद कन्नौज के नादेमऊ चौहलापुर गांव निवासी मोतीलाल उर्फ चपन्ना (42) दुर्घटना में घायल हो गया था। बीती 20 जनवरी को अकबरपुर शहर के माती रोड स्थित राजावत अस्पताल में पैर फ्रैक्चर का इलाज कराने को भर्ती हुआ था। आयुष्मान योजना अंतर्गत पैकेज देकर मोतीलाल का उपचार किया गया। उपचार के बाद धनराशि भुगतान के लिए क्लेम फाइल कर दिया गया। वहीं उपचार का भौतिक परीक्षण करने आए आईएसए मेसर्स एमडी इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस टीपीए प्रा.लि. के अधिकारियों ने जब आयुष्मान लाभार्थी से जानकारी की तो मोतीलाल ने राजावत अस्पताल पर इलाज के दौरान अवैध तरीके से प्लेट को 18400 रुपये तथा खून के लिए 15200 रुपये लेने की शिकायत करते हुए असंतुष्टता जाहिर की। इसपर जांचकर्ता एमडी एजेंसी के डा. अंशुमान दीक्षित ने रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वकांक्षी आयुष्मान योजना में अवैध वसूली की शिकायत पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। रिपोर्ट पर आयुष्मान का कार्य देख रही स्टेट एजेंसी फार काम्प्रीहेंसिव हेल्थ एंड इंटीग्रेटेड सर्विस (साचीज) ने अस्पताल को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगते हुए डीएम व सीएमओ को भी जानकारी दी है।
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आयुष्मान योजना से इलाज कराने वाले मोतीलाल ने अकबरपुर के राजावत अस्पताल पर प्लेट व खून के लिए 33600 रुपये लेने की शिकायत एजेंसी अधिकारियों से की थी। नोटिस जारी कर सात दिनों में जवाब मांगा गया है। अन्यथा अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई शुरू की जाएगी।
-संगीता सिंह (मुख्य कार्यपालक अधिकारी साचीज)
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साचीज एजेंसी की ओर से अस्पताल को नोटिस जारी किया गया है। जवाब मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
-डा. हीरा सिंह (सीएमओ)