सुरक्षा में न करें बहाना, सफर बनाएं सुहाना
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: साठ से एक लाख रुपये की बाइक लेकर फर्राटा भरेंगे लेकिन
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: साठ से एक लाख रुपये की बाइक लेकर फर्राटा भरेंगे लेकिन दो हजार रूपये का हेलमेट लगाने में पाकेट देखेंगे या उन्हे उसे लगाने में शर्म महसूस होती है। यही हाल कार से सफर के दौरान होता है। महंगी से महंगी कार लेकर सड़क पर बेफिक्र दौड़ेंगे लेकिन सीट बेल्ट का उपयोग करने में जैसे तौहीनी महसूस होती है, अरे चले यहीं तक तो जाना है, ऐसा लोगों को कहते हुए देखा जा सकता है।
ट्रैफिक सिपाही को देखा तो हेलमेट लगा लिया, चौराहा पार करने के बाद फिर से हेलमेट टांग लिया। ऐसा लगता है जैसे उनका सिर किराये का है और उसे जबरन हेलमेट पहना कर कोई गुनाह हो रहा है। वैसे देखा जाए तो बिना हेलमेट और सीट बेल्ट न लगा कर वाहन का उपयोग करने के दौरान कई हादसों में वाहन चालक जख्मी हुए हैं। उनकी जरा सी सुरक्षा हादसे को रोक सकती थी।
हुए हादसों से लें सबक
एक माह पहले सिकंदरा के पास कार रोड के डिवाइडर से टकरा कर दूसरी तरफ चली गई थी। इसमें चालक के सिर में चोट आई यदि सीट बेल्ट बंधी होती तो कार भी बैलेंस में रहती और चालक भी सुरक्षित रहता। एक माह के अंदर बाइक से गिर कर पांच लोगों की मौत हुई, 35 लोग जख्मी हुए।
बहाना नहीं है सुरक्षा
जरा सोचिये आप एक 50 हजार रुपये की बाइक तो बहुत शौक से खरीद लेते हैं लेकिन हेलमेट आप नकली पहने हो, क्या यह अच्छी बात है, आजकल बाजार में एक हजार या 2 हजार रुपये में एक बढि़या आईएसआई मार्क वाला हेलमेट मिल जाता है। सस्ते व नकली हेलमेट पहनने से उसमें सुरक्षा कम रहती है। तेज धक्का लगने पर हेलमेट टूट सकता है और चोट सिर पर लग सकती है।
विभाग भी जुटाता रहा आंकड़ा
परिवहन विभाग के मानकों पर गौर करें तो बिना आइएसआइ मार्क वाले हेलमेट अवैध हैं। बगैर आइएसआइ मार्क वाले हेलमेट पहनकर बाइक ड्राइव करने या उसपर बैठने पर चालान का नियम है। हाफ हेलमेट तो स्वीकार्य हैं, बशर्ते कि वह आइएसआइ हो। विभाग बिना हेलमेट के मामलों में तो चालान कर देता है लेकिन आइएसआइ हेलमेट है कि नहीं इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। बाइक के पीछे बिना हेलमेट पहन कर बैठना भी गैर कानूनी है लेकिन इस पर कोई सख्ती नहीं होती।
ताकि मुस्कराता रहे परिवार
दिन ढलते ही नशे में धुत होकर कार की स्टेय¨रग पकड़ना बहुत लोगों की आदत होती है, उनकी वजह से दूसरे लोग जो सड़क पर सफर कर रहे होते हैं वह भी खतरे में होते हैं। ऐसे लोग अपने परिवार को भी संकट में डालते हैं। इसलिए जब भी सड़क पर वाहन चलाएं। बाकायदा हेलमेट और सीट बेल्ट बांधकर चलें ताकि आपके साथ आपका परिवार भी मुस्कुराता रहे।
नियमों का करें पालन
कार चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें। ट्रैफिक संकेतों का पालन करें। कार में आगे की सीट पर बच्चे को न बैठाएं उससे वाहन चलाते समय दिक्कत हो सकती है। बाइक में पीछे सीट पर बैठे व्यक्ति को भी हेलमेट लगाना चाहिए।-सुनील दत्त, एआरटीओ कानपुर देहात।