समाजिक संस्था के लोग रैंगवा में शहीद श्यामबाबू की याद में निकालेंगे रैली
पुलवामा हमले में शहीद हुए डेरापुर के श्याम बाबू की पत्नी अकबरपुर कस्बे में रहकर नौकरी कर रही हैं।
कानपुर देहात। शहीद श्यामबाबू के गांव रैंगवा में 14 तारीख को समाधि स्थल पर गांव व कुछ समाजिक संस्था के लोग जुटेंगे। कई संस्था के लोग याद में रैली निकालेंगे। पुलवामा हमले में शहीद हुए डेरापुर के रैंगवा के राम प्रसाद के बड़े बेटे श्याम बाबू की पत्नी रूबी अकबरपुर कस्बे में रहकर नौकरी कर रही हैं। शहीद पति की बरसी पर वह गांव में हुए कार्यक्रम में शामिल होने बेटे आयुष और बेटी आयुषी को लेकर चली गर्इं।
घर से गांव जाते समय बेटे ने मां से पूछा पापा कब आएंगे अब तो हम अच्छे बच्चे बन गए हैं। यह सवाल सुन मां की आंखों में आंसू आ गए और कुछ बोल नहीं पाईं। उसे पापा की अभी भी बहुत याद आती है, मम्मी दिलासा देतीं हैं कि वह जल्द लौट कर आएंगे। उन्होंने बताया कि आयुष का नर्सरी में एडमिशन करा दिया है। बेटी अभी डेढ़ साल की है। गांव में हवन का कार्यक्रम है, जिसमें वो जा रही हैं।शहीद के बेटे लकी जो कि इस समय छह साल के करीब है, पिता रामप्रसाद, माता कैलाशी कहते हैं बेटा परिवार को बहुत की ढंग से संभाले था। देश के लिए बेटे को न्योछावर कर देने में उन्हें गर्व है।