रसोई में लटका ताला, घर के टिफिन का ही सहारा
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: मलासा ब्लाक के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय डुड़ियामऊ में रसोइयों
संवाद सहयोगी, भोगनीपुर: मलासा ब्लाक के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय डुड़ियामऊ में रसोइयों का चयन न हो पाने के कारण 24 दिनों से मिड डे मील नहीं बन पा रहा है। जिससे विद्यालयों के अधिकांश बच्चे मध्यावकाश के समय भोजन करने के लिए अपने घर चले जाते हैं। कुछ बच्चे घर से टिफिन में लाया गया खाना खाकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
मलासा ब्लाक के डुड़ियामऊ गांव में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय एक ही परिसर में संचालित हैं। दोनों विद्यालयों के बच्चों का मिडडे मील प्राथमिक विद्यालय की एक ही रसोई में बनता था। बीती 27 अक्टूबर को मिडडे मील में गिरी छिपकली से विषाक्त हुए भोजन को खाने से उच्च प्राथमिक विद्यालय के आठ बच्चे तथा प्राथमिक विद्यालय के शिक्षामित्र बीमार हो गये थे। इस मामले में उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक गुरुचरन शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। उच्च प्राथमिक विद्यालय की रसोइया सुदामा देवी व सदाप्यारी और प्राथमिक विद्यालय की रसोइया रानी को हटा दिया गया था। तब से अभी तक नई रसोइयों का चयन नहीं हो सका है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण शासना देश के अनुसार दोनों विद्यालयों में मिड डे मील का संचालन नहीं हो पा रहा है। प्राथमिक विद्यालय डुड़ियामऊ की प्रधानाध्यापक शिखा ¨सह तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक अर्चना प्रजापति ने बताया कि रसोइया के लिए मात्र एक हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय होने के कारण गांव का कोई भी व्यक्ति रसोइया पद पर काम करने के लिए तैयार नहीं है।
खंड शिक्षा अधिकारी अरुणोदय सचान ने बताया कि डुड़ियामऊ के विद्यालयों में रसोइया की तैनाती का प्रयास किया जा रहा है।