एलएंडटी प्रबंधन पर आरोप लगा कार्य बहिष्कार पर उतरे मजदूर
संवाद सहयोगी, घाटमपुर: यमुना तटवर्ती क्षेत्र में निर्माणाधीन पावर प्लांट में कार्यरत एलएंडटी ए
संवाद सहयोगी, घाटमपुर: यमुना तटवर्ती क्षेत्र में निर्माणाधीन पावर प्लांट में कार्यरत एलएंडटी एमएचपीएस ब्वायलर प्राइवेट लिमिटेड के मजदूरों ने मंगलवार सुबह काम का बहिष्कार कर दिया। मजदूरों का आरोप है कि उन्हें मानक से कम मजदूरी देने के साथ ही ओवर टाइम व प्राविडेंट फंड के धन में भी धांधली की जा रही है।
एनयूपीपीएल (नेयवेली उत्तर प्रदेश पावर लिमिटेड) द्वारा निर्माणाधीन पावर प्लांट परियोजना में एलएंडटी ब्वायलर निर्माण का काम कर रही है। जिसमें विभिन्न प्रांतों के करीब दो हजार मजदूर कार्यरत हैं। मंगलवार सुबह कार्य बहिष्कार पर उतरे मजदूरों ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तय मानक से उन्हें कम मजदूरी का भुगतान किया जा रहा है। ओवर टाइम व पीएफ के भुगतान में भी धांधली के अलावा मजदूर एलएंडटी की आवासीय कालोनी में पेयजल, विद्युत आपूíत एवं शौचालय आदि के अभाव को भी मुद्दा बना मंगलवार सुबह से काम का बहिष्कार कर दिया। मजदूरों को मनाने एलएंडटी के सुपरवाइजर व ठेकेदार आवासीय कालोनी व कैंटीन के आसपास दिन भर डटे रहे। लेकिन मजदूर काम पर वापस नही लौटे। मजदूरों की अगुवाई कर रहे लोगों का कहना है कि समस्याओं का निस्तारण न होने तक वह काम पर वापस न लौटेंगे।
उधर एलएंडटी प्रबंधन ने एनयूपीपीएल को पत्र लिख कर स्थानीय लोगों पर मजदूरों को भड़का कर काम ठप कराने की साजिश का आरोप लगाया। जिसके क्रम में एनयूपीपीएल के अपर मुख्य प्रबंधक ने एडीएम (वित्त), एसडीएम, सीओ घाटमपुर व थानाध्यक्ष सजेती को पत्र लिख कर मदद का अनुरोध किया है।
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मजदूरों के कार्य बहिष्कार के पीछे व्यवसायिक हित
पावर प्लांट में ब्वायलर का निर्माण कर रही एलएंडटी के मजदूरों के कार्य बहिष्कार के पीछे आसपास खुली दुकानों के व्यवसायिक हित निहित हैं। असवारमऊ साइड पर निर्माणाधीन श्रमिक कालोनी के आसपास फैजाबाद व बिहार के कुछ लोगों ने आसपास गांवों के व्यापारियों के साथ मिल कर दुकानें खोल ली हैं। जहां से मजदूर राशन व अन्य जरूरी सामान की खरीददारी करते हैं। अब एनयूपीपीएल प्रबंधन परियोजना स्थल के चारो ओर ऊंची बाउंड्री वाल का निर्माण करा रहा है। जिससे उन दुकानों की बिक्री प्रभावित होना तय है। जिसके चलते पहले दुकानदारों ने बाउंड्री वाल में एक गेट की मांग की थी। माना जा रहा है कि मांग ठुकराये जाने से परेशान लोग मजदूरों को प्रभाव में लेकर कार्य बहिष्कार करा रहे हैं। ताकि गेट का दबाव बनाया जा सके। कुछ स्थानीय लोगों ने दोपहर निर्माणाधीन तालाब में भी पहुंच कर गुणवत्ता का सवाल उठा हंगामा कर काम बंद कराने का प्रयास किया।