कानपुर टूंडला तीन घंटे लेट, बिलबिला उठे यात्री
संवाद सहयोगी झींझक: सोमवार को कानपुर से टूंडला जाने वाली पैसेंजर ट्रेन करीब तीन घंटे
संवाद सहयोगी झींझक: सोमवार को कानपुर से टूंडला जाने वाली पैसेंजर ट्रेन करीब तीन घंटे विलंबित रही। इसके कारण झींझक स्टेशन पर यात्री परेशान रहे। वहीं स्टेशन की कैंटीन बंद होने के कारण बच्चों को भी भूख प्यास के कारण तड़पना पड़ा।
कानपुर टूंडला पैसेंजर का झींझक आने का समय सुबह 7 बजकर 50 मिनट है। ट्रेन के समय पर स्टेशन पर यात्री भी पहुंच गये परंतु ट्रेन तीन घंटे बिलंबित हो गयी। जिसके कारण लोग परेशान रहे। वहीं स्टेशन की कैंटीन भी करीब एक वर्ष से बंद है। जिसके कारण यहा खाद्य सामग्री व पीने के लिये पानी भी नहीं मिलता है। लगातार तीन घंटे तक बैठ कर ट्रेन का इंतजार करने वाले बच्चों का तो भूख से बुराहाल हो गया। स्टेशन पर मौजूद मंगलपुर के अशोक राजपूत, मुड़ेरा के कमलेश कुमार ,गौरी के रामजी गुप्ता , झींझक के ¨पकू यादव आदि ने बताया की इटावा जाने के लिये बच्चों के साथ स्टेशन पर आया था। और ट्रेन तीन घंटे लेट हो गयी। बच्चों को भूख भी लगी है परंतु स्टेशन की कैंटीन बंद होने से वह मजबूरी में ऐसे ही बैठे रहे। जिसके कारण सभी को परेशानी हुयी। स्टेशन मास्टर झींझक राजेंद्र मीणा ने बताया कि कानपुर टूंडला पैसेंजर करीब तीन घंटे बिलंबित है। कैंटीन का नया ठेका न उठने के कारण वह अभी तक चालू नहीं हो सकी और बंद पड़ी है।