दो जनपदों का साथ फिर भी कंचौसी अनाथ
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: टूटी सड़कें यहां की पहचान हैं। न तो चिकित्सा की बेहतर सुवि
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: टूटी सड़कें यहां की पहचान हैं। न तो चिकित्सा की बेहतर सुविधा और न ही आवागमन के लिए संसाधन। जब कोई वीआईपी आता है तो समस्यायें ध्यान से सुनी जाती हैं लेकिन काम कुछ भी नहीं होता। यह पीड़ा है औरैया और कानपुर देहात जनपद फंसे कस्बे कंचौसी की। दोनों जनपदों का साथ होने के बावजूद यह अब तक अनाथ है।
कंचौसी कस्बा में औरैया जनपद के साहर ब्लाक की ढिकियापुर व नौगवां ग्राम पंचायत व कंचौसी रेलवे स्टेशन के आसपास की आबादी तकरीबन आठ हजार है। यह पूरा क्षेत्र बिधूना विधानसभा में आता है। कानपुर देहात जनपद की बान व रानेपुर ग्राम पंचायतें भी कंचौसी से जुड़ी हैं। यह क्षेत्र झींझक ब्लाक व रसूलाबाद विधान सभा क्षेत्र में आता है। पिछले पांच साल में यहां विकास के नाम पर सिर्फ कंचौसी से लहरापुर व कंचौसी से दिबियापुर कैनाल रोड का ही निर्माण हुआ है। यहां सबसे बड़ी समस्या बिजली आपूर्ति की है। चुनाव के समय कई बार मुद्दा उठ चुका है क्षेत्र में बिजलीघर होना चाहिए इसके अलावा सीएचसी की भी मांग लगातार की जा रही है लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
एक ही जनपद हो
कंचौसी कस्बे में अक्सर विवाद की स्थिति बनती है कि कौन सा क्षेत्र औरैया का है और कौन सा कानपुर देहात का। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए यहां की जनता कई बार मांग कर चुकी है। कंचौसी निवासी ज्ञान प्रकाश पांडेय, बाबू ़खान, कमलेश पालीवाल, राजेश शर्मा, आदित्य यादव, सुदर्शन लाल कुशवाहा, गिरजा शंकर, प्रमोद यादव, राजेश बाथम ने कहा कि इस बार यहां आ रहे मुख्यमंत्री योगी से अपनी समस्या उनके समक्ष रखेंगे।
चलाई जाएं बसें
कंचौसी से पहले तीन बसें चलती थीं। इससे लोगों को आने जाने की काफी सुविधा थी। वर्तमान में एक भी रोडवेज बस का संचालन नहीं हो रहा है। लोगों को उम्मीद है कि इस बार मुख्यमंत्री के आने से कम से कम बसों का संचालन प्रारंभ कर दिया जाए।