जेडी हेल्थ का घेराव, जमकर हुई नारेबाजी
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: राज्य स्वास्थ्य संस्थान लखनऊ से मंगलवार को स्वास्थ्य केंद्रों का ि
जागरण संवाददाता, कानपुर देहात: राज्य स्वास्थ्य संस्थान लखनऊ से मंगलवार को स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण करने पहुंची संयुक्त निदेशक को संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के आक्रोश का शिकार होना पड़ा। चार सूत्रीय मांगों को पूरा करने के लिए संविदा कर्मियों ने उनके वाहन का घेराव करते हुए नारेबाजी की। इसके बाद मांगों का ज्ञापन सौंपा।
उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ के तहत सीएमओ कार्यालय, संयुक्त जिला अस्पताल, सभी सीएचसी, पीएचसी व न्यू पीएचसी पर तैनात संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले नौ दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इनकी मांग है कि ठेका प्रथा व आउटसोर्सिंग को समाप्त कर जिला स्वास्थ्य समिति के अधीन करने, नियमित पदों के सापेक्ष कार्यों एवं पदाभिहित पटल उत्तरदायित्वों के ²ष्टिगत समायोजन तथा आशा बहू का न्यूनतम मानदेय 10 हजार रुपये किया जाए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को हड़ताल के नौवें दिन सैकड़ों संविदा कर्मचारियों व आशाओं ने सीएमओ कार्यालय में सुबह से धरना शुरू कर दिया। दोपहर में राज्य स्वास्थ्य संस्थान लखनऊ की संयुक्त निदेशक निरुपमा ¨सह का वाहन जैसे ही सीएमओ कार्यालय पहुंचा, बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मियों ने उनका घेराव करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। कर्मियों का आक्रोश देख जेडी वाहन से उतरकर उनके बीच पहुंची और उनकी मांगों को शासन पहुंचाने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर संयोजक रत्नेश बाजपेयी, जिलाध्यक्ष भोलेंद्र ¨सह, महामंत्री आशीष अवस्थी, तरुण श्रीवास्तव, डा. प्रमोद तिवारी, महेंद्र कुमार, डा. यतेंद्र शर्मा, डा. आफताब आलम, अल्पना निरंजन, गौरीशंकर, दीपक ¨सह, राजेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।
इंसेट-
दर्जनों स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रभावित
आरबीएसके, मीजल्स रुबेला व नियमित टीकाकरण, एनसीडी, आईडीएसपी, आयुष ओपीडी, क्वालिटी एंश्योरेंस, जननी सुरक्षा भुगतान, क्यूआई प्रोग्राम, नियमित टीकाकरण भुगतान, नसबंदी भुगतान, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदन योजना, आरकेएस भुगतान, पीसीएनडीटी, अंधता निवारण, क्षय व कुष्ठ रोग भुगतान, आयुष ¨वग ओपीडी, विकलांगों के आनलाइन प्रमाण पत्र आदि।