कैसे रेंगे शिक्षा: शिक्षक 02 और बच्चे 03
संवाद सूत्र, मुंगीसापुर: शिक्षा रेंगे तो कैसे जब आधा सैकड़ा से अधिक संख्या में पंजीकृत बच्चों
संवाद सूत्र, मुंगीसापुर: शिक्षा रेंगे तो कैसे जब आधा सैकड़ा से अधिक संख्या में पंजीकृत बच्चों के मुकाबले मात्र तीन बच्चे ही स्कूल पहुंचे। उस पर भी वहां मौजूद दो शिक्षक किसको और कैसे पढ़ाएं। वैसे बच्चों के न आने के पीछे शिक्षा का गिरता स्तर भी है। जब गुरु जी ही ढीले ढाले हैं तो बच्चों में भी स्कूल न आने की अरुचि बढ़ गई है।
परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतने से छात्रों की संख्या में दिन पर दिन गिरावट हो रही है। कुछ शिक्षक समय से विद्यालय नहीं पहुंचते हैं तो कुछ विद्यालय पहुंचने के बावजूद शिक्षण कार्य में रुचि नहीं ले रहे हैं। मंगलवार को डेरापुर ब्लाक के खिरवां गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में 9:48 पर 58 छात्रों के सापेक्ष तीन छात्र ही उपस्थित थे। प्रधानाध्यापिका रजनी गौतम फोन पर व्यस्त थीं तो सहायक अध्यापक बच्चों को पढ़ा रहे थे। बीईओ उदय नारायण कटियार ने बताया कि छात्रों की कम उपस्थिति के बाबत स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। संदलपुर ब्लॉक के निम्दापुर प्राथमिक विद्यालय में 9:55 बजे सहायक अध्यापक संजय कुमार व शिक्षामित्र संतोष कुमार विद्यालय परिसर की मरम्मत में जुटे हुए थे। 34 छात्रों के सापेक्ष 14 छात्र उपस्थित मिले। बताया कि प्रधानाध्यापक ज्ञानेंद्र बाबू छुट्टी पर हैं। उसी परिसर में बना आंगनवाड़ी केंद्र बंद था। भडपुरा गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका कमलेश कुमारी मंगलवार को 10:05 बजे तक विद्यालय नहीं पहुंची थीं जहां पर कक्षा 6 का एक छात्र अभिषेक उपस्थित था विद्यालय में फल व दूध का वितरण भी नहीं कराया जाता है। सहायक अध्यापक सत्यनारायण व गिरीश कटियार ने बताया कि 18 छात्र विद्यालय में पंजीकृत हैं। बीईओ ज्ञान प्रकाश अवस्थी ने बताया कि लगातार मिल रही शिकायतों पर जांच के लिए एबीआरसी को भेजा गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।